Aapka Rajasthan

jodhpur ऑस्ट्रेलिया फेम रनर बर्ड ऐमु की 3 बच्चों के साथ चहलकदमी देखने को पार्क में बढ़ रहे टीनएजर्स

 
;

जोधपुर न्यूज़ डेस्क, ऑस्ट्रेलिया फेम रनर बर्ड एमु का शहर के माचिया सफारी पार्क में अलग ही अंदाज है। एमू को देखने के लिए ज्यादातर किशोर पागल होते हैं। लगभग 6.2 फीट का एमू ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी भी है। पिछले 7 सालों से मनोरंजन का एकमात्र जरिया एमू ही था, लेकिन हाल ही में एमू ने तीन बच्चों को जन्म दिया है, देखना होगा कि माचिया पार्क में कौन से टीनेजर्स ज्यादा नजर आते हैं।वन विभाग माचिया के पशु चिकित्सक डॉ. ज्ञान प्रकाश ने बताया कि आईमू के छोटे बच्चों का इंतजार काफी समय से था। इससे पहले 2016 में आखिरी ब्रीडिंग हुई थी। लेकिन नेवले के एमु के पिंजरे में पहुंचने के कारण उसका इनक्यूबेशन यानी अंडों का क्रम टूट गया और अंडे खराब होकर खराब हो गए। डॉ. प्रकाश ने बताया कि काफी दिनों की मशक्कत के बाद नेवला पाइप के जरिए एमु के पिंजरे तक पहुंचकर अंडे ले जाते पाया गया तो वह भी निष्कर्ष निकाला और समस्या का समाधान किया।

इसी साल जनवरी और मई में जब दो जोड़े इमू ने दो बार अंडे दिए तो हैचिंग भी पूरी हो गई और बच्चे पैदा हुए। वहीं, 7 साल बाद एमु पक्षी अपने बच्चों के साथ पिंजरे में घूमता नजर आ रहा है।नेवले के आने-जाने के कारण इमू पक्षी भी अपने अंडों पर नहीं बैठ पाता है। जानकारों ने बताया कि नर पक्षी 50 दिन तक अण्डों पर बैठता है और मादा दाना डालती है। लेकिन जैसे ही वह डर के मारे अंडों से उठती है, अंडे भी खराब हो जाते हैंनेवले का आजाद रहना था परेशानी माचिया पार्क में नेवले का आजाद रहना भी एमू के लिए मुसीबत बन गया। विभाग के अधिकारियों की सतर्कता से ऐमू का परिवार बढ़ा। मछिया पार्क में 7 बड़े पक्षी और 3 बच्चे हैं। दोनों पक्षियों ने जनवरी और मई में 11 अंडे दिए, जिनमें से तीन जीवित और बड़े हो चुके हैं।

शांत व्यवहार एमु की पहचान इस प्रकार की जाती है: उड़ान रहित पक्षी जिसका वैज्ञानिक नाम डोमिस उपन्यास हॉलैंडी है। पालतू पक्षी होने के साथ-साथ धावक पक्षी गति से भी दौड़ता है। प्रति किमी. 50 की रफ्तार वाला एमू अपने शांत स्वभाव और घने बालों के कारण दुनिया में बच्चों का पसंदीदा पक्षी भी है। इसे वेटरनरी एजुकेशन में सैंपल बर्ड पॉटरी कैटेगरी के तौर पर रखा गया है। लेकिन इसका पालन-पोषण मुर्गी के पालने से अलग होता है। इसका अंडा दक्षिण में भी खाया जाता है क्योंकि यह उच्च प्रोटीन स्रोत है।डॉ. प्रकाश ने बताया कि यह दुनिया का दूसरा सबसे लंबा पक्षी है जिसकी ऊंचाई 6.2 इंच है। मिक्स ग्रेन पालक, चावल, जौ, बाजरा, मक्का खाना पसंद करने वाले एमू को भी कीचड़ में लोटना पसंद है। इनके पंख न होने के कारण जनता का आकर्षण भी अधिक होता है। वहीं उपयुक्त वातावरण मिले तो इसका प्रजनन भी तेजी से होता है।