राजस्थान के शहर में रह रहे 20 हजार पाकिस्तानी नागरिक लेकिन सिर्फ 23 की होगी वापसी, जानिए क्या है वजह ?
जोधपुर शहर में बीस हजार पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश पाक शरणार्थी हैं। इनमें से 14 हजार पाकिस्तानी नागरिकों ने दीर्घकालीन वीजा (एलटीवी) ले रखा है या उनके आवेदन लंबित हैं। इन्हें छोड़कर अन्य सभी के वीजा निरस्त कर दिए गए हैं तथा उन्हें 48 घंटे के भीतर यानि 27 अप्रैल तक पाकिस्तान लौटने के निर्देश दिए गए हैं। शुक्रवार तक जोधपुर शहर में 23 पाकिस्तानी नागरिकों ने विदेशी पंजीयन अधिकारी (एफआरओ) से देश लौटने की अनुमति ले ली है।
अटारी बॉर्डर जाने की अनुमति दी गई
सीआईडी जोन के एफआरओ ने बताया कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों का दीर्घकालीन वीजा (एलटीवी) स्वीकृत है या विचाराधीन है, उनके अलावा धार्मिक वीजा, विजिट वीजा या अन्य कारणों से भारत आए सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक देश छोड़ना होगा। 25 अप्रैल तक जोधपुर शहर से 23 पाकिस्तानी नागरिकों ने नए आदेश के तहत एफआरओ जोधपुर शहर से अटारी बॉर्डर जाने की अनुमति ले ली है, जो अटारी बॉर्डर से ही वापस पाकिस्तान लौट जाएंगे। जिन पाकिस्तानी नागरिकों की एलटीवी स्वीकृत या विचाराधीन नहीं है, उन्हें रविवार तक देश छोड़कर पाकिस्तान लौटना होगा।
14 हजार एलटीवी स्वीकृत या विचाराधीन
सूत्रों की मानें तो जोधपुर में करीब 20 हजार पाकिस्तानी नागरिक हैं। इनमें से ज्यादातर पाक शरणार्थी हैं और धार्मिक वीजा पर भारत आए हैं। 20 हजार में से करीब 14 हजार पाक नागरिकों की एलटीवी स्वीकृत या विचाराधीन है। शेष छह हजार में से कुछ के पास भारतीय नागरिकता है। साथ ही कई लोगों ने नागरिकता के लिए आवेदन भी कर रखा है। जिन पाक नागरिकों ने एलटीवी के लिए आवेदन नहीं किया है, उन्हें देश छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
