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झुंझुनूं में 'रॉकेट' गिरने की घटना से मचा हड़कंप! सेना और पुलिस की टीम जांच में जुटी, सच्चाई जानकर उड़ गए सबके होश

 
झुंझुनूं में 'रॉकेट' गिरने की घटना से मचा हड़कंप! सेना और पुलिस की टीम जांच में जुटी, सच्चाई जानकर उड़ गए सबके होश 

झुंझुनू न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के झुंझुनू के पिलानी कस्बे से सटे खेड़ला गांव में आज उस समय हड़कंप मच गया, जब खेत में एक रॉकेट जैसा उपकरण गिरा। खेड़ला गांव के खेत में पैराशूट से बंधा एक उपकरण मिलने की सूचना मिली थी, जिसके बाद पिलानी पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही इसे अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि जांच के बाद पता चला कि यह रॉकेट बिट्स के एक इंजीनियरिंग छात्र के प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन को राहत मिली।

पानी की लाइन बदलने आया था व्यक्ति
दरअसल, झुंझुनू जिले के पिलानी थाना क्षेत्र के खेड़ला में महेंद्र जांगिड़ के खेत में सोमवार सुबह यह रॉकेट जैसा उपकरण मिला। प्राप्त जानकारी के अनुसार, खेत मालिक महेंद्र जांगिड़ सुबह खेत में पानी की लाइन बदलने आए तो मजदूरों ने उन्हें इसकी जानकारी दी। महेंद्र जांगिड़ ने गांव के कुछ लोगों को बुलाकर इस बारे में बताया। उपकरण देखने के बाद जब कुछ समझ में नहीं आया तो इसकी सूचना पिलानी थाने में दी गई। पुलिस का कहना है कि टीम ने मौके पर जाकर इस डिवाइस की जांच की और इसे अपने कब्जे में ले लिया। इस लाल रंग के रॉकेट जैसे डिवाइस पर कुछ भी लिखा हुआ नहीं था और न ही इसके साथ मिले पैराशूट पर कुछ लिखा हुआ था। डिवाइस के पारदर्शी हिस्से से इलेक्ट्रॉनिक सर्किट भी दिखाई दे रहा था। इस डिवाइस पर कैमरे जैसा कोई उपकरण नहीं मिला।

बिट्स के छात्रों का प्रोजेक्ट
पता चला कि खेड़ला में मिला यह डिवाइस दरअसल बिट्स के छात्रों के प्रोजेक्ट प्रैक्टिस से जुड़ा हुआ है। बिट्स के इलेक्ट्रिकल ब्रांच के तीसरे वर्ष के छात्र अभिषेक शेषाद्रि ने अपने प्रोजेक्ट के लिए बिट्स ग्लाइडिंग क्लब से इस रॉकेट को लॉन्च किया था। अभिषेक शेषाद्रि ने बताया कि रॉकेट लॉन्च करते समय अनुमान लगाया गया था कि रॉकेट की लैंडिंग लॉन्च पैड से 10 से 15 मीटर की दूरी पर होगी। लेकिन तेज हवा के कारण रॉकेट वहां से करीब 2 किलोमीटर दूर एक खेत में गिर गया। अब बिट्स के इस छात्र ने पिलानी थाने में इस डिवाइस के बारे में सारी जानकारी लिखित में देते हुए रॉकेट वापस पाने के लिए आवेदन किया है। पुलिस ने भी उपकरण वापस लेने और मामले की जांच समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, उनका कहना है कि यह शिक्षण और शोध से जुड़ा मामला है।