भजनलाल सरकार को लेकर राजेंद्र सिंह गुढ़ा का बड़ा बयान, वायरल डॉक्यूमेंट्री में देखें अब तक की बड़ी खबर
पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पुलिस को अपशब्द भी कहें। कहा- पुलिस वालों वर्दी का दुरुपयोग मत करो, नहीं तो ऐसी की तैसी कर देंगे। शेखावाटी की धरती पर पक्षपात नहीं होता। मासूम के बलात्कारी को क्यों छोड़ दिया। गिरफ्तार क्यों नहीं कर रहे। पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर समय रहते बलात्कारियों को गिरफ्तार नहीं किया गया वह आमरण अनशन पर बैठेंगे।जान दे देंगे, लेकिन दोगला व्यवहार नहीं होने देंगे। मजलूम पर अत्याचार नहीं होने देंगे। अगर समय रहते पुलिस प्रशासन नहीं चेता, तो खाकी वर्दी का कायदा बंद हो जाएगा। वर्दी लेकर हुगाड़ा(बिना कपड़ों के) काढ़ेंगे। जिस बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है, अगर वह पुलिस की बच्ची होती तो क्या वो छोड़ देते?
इस दौरान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। इसी बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मामूली झड़प भी हुई। लाठीचार्ज की अफवाह पर प्रदर्शनकारियों में अफरा-तफरी मच गई, जिसके बाद गुढ़ा नीम के पेड़ पर चढ़ गए। वहीं से प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने लगे। बता दें कि मंडावा में 22 जनवरी को लाइब्रेरी में घुसकर कुछ छात्रों से मारपीट का मामला सामने आया था, जिसमें पूर्व मंत्री ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया था। वहीं जिले में 27 जनवरी को एक बंद क्लिनिक में नाबालिग से रेप का मामला भी उजागर हुआ था, जिसमें पुलिस के पहुंचने पर आरोपी फरार हो गया था। इसी के विरोध में गुढ़ा के नेतृत्व में मंडावा से प्रदर्शनकारियों ने जन आक्रोश रैली निकाली, जिसे करीब 5 बजे कलेक्ट्रेट के बाहर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने संबोधित किया।
