डाक पार्सल बना तस्करी का जरिया! राजस्थान के इस जिले में 30 क्विंटल खेजड़ी की लकड़ी जब्त, हरियाणा जा रही थी खेप
राजस्थान में तस्कर अब प्रतिबंधित खेजड़ी की लकड़ी की तस्करी के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। ताजा मामला झुंझुनू जिले में सामने आया है, जहां तस्करों ने डाक पार्सल वाहनों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। वन विभाग की टीम ने मुखबिर से सूचना मिलने के बाद कार्रवाई करते हुए दो ऐसे वाहन पकड़े, जिनमें भारी मात्रा में खेजड़ी की लकड़ी भरी हुई थी।
डाक पार्सल वाहन में की जा रही थी तस्करी
वन विभाग के रेंजर विजय फगड़िया के नेतृत्व में टीम ने बगड़-मालीगांव मार्ग पर नाकाबंदी की। इस दौरान उन्होंने एक पुष्पा डाक पार्सल वाहन और एक पिकअप को रोका। और उसकी तलाशी ली। जिसमें दोनों वाहनों से करीब 30 क्विंटल प्रतिबंधित खेजड़ी की लकड़ी बरामद हुई।
झुंझुनू से हरियाणा ले जाई जा रही थी खेजड़ी की लकड़ी
मामले को लेकर रेंजर विजय फगड़िया ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि तस्कर डाक पार्सल वाहन का इस्तेमाल कर लकड़ी को हरियाणा ले जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई। टीम ने मौके से किठाना निवासी दो तस्करों सुनील कुमार और कुरडाराम को हिरासत में लिया है।
वन विभाग मामले की जांच कर रहा है
वन विभाग ने दोनों तस्करों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। तस्करों द्वारा डाक पार्सल जैसे वाहनों का तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाना एक नया तरीका है, जिसने वन विभाग को भी हैरान कर दिया है। विभाग अब इस बात की भी जांच कर रहा है कि इस रैकेट में और लोग तो नहीं शामिल हैं।
