राजस्थान के इस जिले में मंदिर के अपमान से गांव में रोष, पूरी बस्ती की दीवारों पर लिखे गए आपत्तिजनक शब्द

झुंझुनू न्यूज़ डेस्क - चिड़ावा के गिडानिया ग्राम पंचायत के झाझोट गांव में असामाजिक तत्वों ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया है। किसी ने गांव की दीवारों पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले अपशब्द व टिप्पणी लिख दी। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया। ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पुजारी प्यारेलाल स्वामी ने इस संबंध में मामला दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह जब वे दादा बीसा मंदिर में पूजा करने जा रहे थे तो उन्होंने भोमिया मंदिर की दीवारों पर अपशब्द लिखे देखे, जिन्हें उन्होंने किसी असामाजिक तत्व का काम समझकर मिटा दिया। कुछ देर बाद एक युवक ने सूचना दी कि गांव की दीवारों पर जगह-जगह अपशब्द व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली बातें लिखी हैं।
इस पर पुजारी स्वामी ने ग्रामीणों को मामले की जानकारी दी। जगह-जगह अपशब्द लिखे होने की सूचना मिलने पर नया बस स्टैंड चौकी प्रभारी बलवीर चावला जाप्ता सहित मौके पर पहुंचे। उधर, मामले को लेकर ग्रामीण भी मंदिर में एकत्रित हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीआई आशाराम गुर्जर भी ग्रामीणों के बीच पहुंचे और मामले की जानकारी ली. झंझोट में छह-सात स्थानों पर मंदिर समेत घरों की दीवारों पर अपशब्द लिखे गए हैं।
इस मौके पर श्योपाल पायल, वीर सिंह नायक, सुप्यार पायल, फूल सिंह, माईलाल, रविप्रकाश पायल, श्रीचंद पायल, महेंद्र पायल, सुभाषचंद्र, विजयपाल, प्रदीप कुमार, ओमप्रकाश पायल, विजयसिंह पायल, सहीराम स्वामी, बनवास पचार, सूबे. होशियार सिंह, जिलेसिंह, भगतू नायक, महेंद्र धानक, हरिराम नायक, राजेश पायल, संदीप पायल, जयवीर पायल, जगवीर चौहान, रफीक अली, कुलदीप मेघवाल, कपिल पायल, अर्जुन स्वामी, मास्टर हरिसिंह, रामनिवास पायल, बाबूलाल नायक, धर्मपाल नायक, जीराम पायल, मुकेश पायल, रोहिताश पायल, रामअवतार नायक, रमेश रामावत, याकूब खान, रऊफ, उस्मान आदि मौजूद थे।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली
गांव की दीवारों पर अपशब्द लिखे होने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है। जिसके लिए खुड़ौत रोड और चिड़ावा-सुल्ताना रोड की तरफ जाने वाले रास्ते पर घरों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। जिसमें एक युवक रात 1:36 बजे घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। करीब 11:45 बजे एक कार भी दो-तीन चक्कर लगाती हुई दिखाई दे रही है।
झांझोट गांव हमेशा से एकता और सौहार्द की मिसाल रहा है। किसी असामाजिक तत्व ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। प्रशासन से आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई। अगर जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो ग्रामीणों के साथ मिलकर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।कुछ असामाजिक तत्वों ने दीवारों पर अपशब्द और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्द लिखे हैं। ग्रामीणों ने रिपोर्ट दी है। जिसके आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है।