Jhunjhunu में नीम, सीकर में अरडू व चूरू में फोग को मिलेगा बढ़ावा, जोड़ेंगे रोजगार से
झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू शेखावाटी में अब नीम, अरडू व फोग को बढ़ावा दिया जाएगा। सीकर में अरडू, झुंझुनूं में नीम व चूरू में फोग को पंच गौरव में शामिल किया गया है। अब जिला प्रशासन व वन विभाग जिलों के अनुसार इस वनस्पति को बढावा देगा। कोशिश रहेगी की इनकी व्यावसायिक स्तर पर खेती की जाए। इसके उत्पाद बनाकर बड़े शहरों में बेचा जाए, ताकि किसानों की आय बढ़ सके। उप वन संरक्षक उदाराम सियोल ने बताया कि नीम को पंच गौरव में शामिल किया है। इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार किया जाएगा। बरसात के मौसम से ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे।
फायदेमंद है नीम
झुंझुनूं में पहले खेजड़ी के पेड़ को पंच गौरव में शामिल किया था, लेकिन अब इसे बदलकर नीम कर दिया गया है। तीनों ही पेड़ों को रोजगार का माध्यम बनाया जाएगा। आयुर्वेद विभाग के रिटायर्ड उप निदेशक वैद्य चंद्रकांत गौतम के अनुसार नीम गठिया और सूजन के इलाज में मदद करता है। संक्रमण का इलाज कर सकता है। इसे लीवर के लिए अच्छा माना गया है। शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। यह मस्तिष्क के लिए अच्छा है और मुंह की देखभाल व दांतुन के लिए आदर्श है। इसकी निमोली खाने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और चैत्र के माह में इसकी कच्ची पत्तियां खाने से आंखों को फायदा होता है। इसे रक्त शोधक व त्वचा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इसके पेड पर लगे मधुमक्खी के छत्ते से निकले शहद को भी श्रेष्ठ माना जाता है। वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ महेश माटोलिया ने बताया कि बसंत के बाद नीम की कच्ची कोपल नियमित खाने से त्वचा व रक्त से संबंधित अनेक बीमारियों में फायदा होता है।
लुप्त होने से बचेगा फोग
पंच गौरव में चूरू के जिला प्रशासन व वन विभाग ने फोग को शामिल किया है। वन विभाग फोग के पौधे तैयार कर रहा है। जिन्हें वर्ष 2025 के मानसून सत्र जुलाई में वितरित किया जाएगा। धोरो की धरती पर उगने वाला फोग एक ऐसा बहुआयामी पौधा है, जिसका हर कार्य में उपयोग किया जाता है। इसकी लकड़ी और लकड़ी से बनने वाला कोयला ईंधन है। फोग के फूल फोगला का रायता जायकेदार होता है और स्वास्थ्य की दृष्टि से गुणकारी होता है। पाचन समस्या को दूर करता है। फोगला कई प्रकार के रोगों की रामबाण दवा से कम नहीं है। पर्यावरण संरक्षण के साथ पशुओं के लिए इसकी पत्तियां उपयोगी है। फलों और फूलों में भरपूर विटामिन से युक्त फोगला एक पौष्टिक आहार है। अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण आईयूसीएन की रेड डेटा बुक में फोग संकटग्रस्त श्रेणी में रखा गया है।
