Aapka Rajasthan

काटली नदी को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए बड़ा अभियान, तीन क्षेत्रों में कार्रवाई; भारी मशीनरी के साथ प्रशासन उतरा मैदान में

 
काटली नदी को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए बड़ा अभियान, तीन क्षेत्रों में कार्रवाई; भारी मशीनरी के साथ प्रशासन उतरा मैदान में

जिले की जीवनधारा कही जाने वाली काटली नदी को उसके मूल स्वरूप में बहाल करने के लिए गुरुवार को प्रशासन ने बड़ा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। यह कार्रवाई उदयपुरवाटी और झुंझुनूं तहसील के अंतर्गत आने वाले बागोली, काटलीपुरा और भड़ौंदा कलां क्षेत्रों में की गई। लंबे समय से नदी के बहाव क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण के कारण जल प्रवाह प्रभावित हो रहा था, जिसके चलते सिंचाई, भूजल स्तर और वर्षा जल संचयन पर गंभीर असर पड़ रहा था।

सुबह प्रशासनिक अधिकारियों, राजस्व विभाग, पुलिस और पंचायत प्रतिनिधियों की टीम भारी मशीनरी के साथ मौके पर पहुंची। पूरे अभियान का नेतृत्व तहसील प्रशासन और जल संसाधन विभाग की संयुक्त टीम ने किया। मौके पर पहुंचकर पहले अवैध निर्माणों की पहचान की गई, फिर जेसीबी और हाइड्रा मशीनों की मदद से उन्हें हटाने की कार्रवाई शुरू की गई।

अभियान के दौरान कई अस्थायी और पक्के निर्माणों को ध्वस्त किया गया, जो नदी के बहाव मार्ग में बाधा बने हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि काटली नदी का प्राकृतिक प्रवाह वर्षों से अवैध कब्जों के कारण संकरा होता जा रहा था। कई लोगों ने बहाव क्षेत्र में खेत बढ़ा लिए थे, चारदिवारी कर ली थी या मिट्टी भरकर कब्जे कर लिए थे। इससे न केवल नदी का मार्ग प्रभावित हुआ, बल्कि बारिश के दौरान पानी रोकने की क्षमता भी कम हो गई। यही कारण रहा कि पिछले वर्षों में कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे।

स्थानीय प्रशासन के अनुसार, कार्रवाई से पहले अतिक्रमणकर्ताओं को नोटिस जारी किए गए थे और उन्हें स्वयं निर्माण हटाने के लिए कहा गया था। लेकिन समयसीमा बीत जाने के बाद भी जब अवैध कब्जे नहीं हटाए गए, तो प्रशासन को बलपूर्वक इस अभियान को चलाना पड़ा।

अभियान के दौरान ग्रामीणों का मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि नदी का मूल स्वरूप बचाना बेहद जरूरी है, क्योंकि यही क्षेत्र की जीवनरेखा है। वहीं कुछ लोगों ने अचानक कार्रवाई का विरोध जताया और प्रशासन से पुनर्वास तथा मुआवजे की मांग उठाई। हालांकि अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि केवल बहाव क्षेत्र में ही कार्रवाई की गई है और यह नदी संरक्षण के लिए आवश्यक था।

अधिकारियों का कहना है कि अभियान अभी प्रारंभिक चरण में है और आने वाले दिनों में काटली नदी के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का लक्ष्य है कि वर्षा से पहले पूरे बहाव क्षेत्र को साफ कर दिया जाए, ताकि बारिश का पानी निर्बाध रूप से बह सके और भूजल स्तर में सुधार हो सके।

काटली नदी झुंझुनूं जिले की प्रमुख नदियों में से एक है और सैकड़ों गांवों की सिंचाई और पेयजल जरूरतों में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे में अतिक्रमण हटाने का यह अभियान जिले में जल प्रबंधन की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।