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Jhunjhunu में युवक ने डेढ़ करोड़ रुपए के लिए रची अपनी मौत की साजिश, जाँच में खुलासा

 
Jhunjhunu में युवक ने डेढ़ करोड़ रुपए के लिए रची अपनी मौत की साजिश, जाँच में खुलासा 

झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू होली की रात मुकुंदगढ़ थाना क्षेत्र के बलरिया अंडरपास के पास कार में जिंदा जला युवक सेना का जवान नहीं, बल्कि कोई और था। इसका खुलासा तब हुआ जब आज सुबह 8 बजे पुलिस विकास फौजी को गंभीर हालत में झुंझुनूं के सरकारी बीडीके अस्पताल लेकर पहुंची. पुलिस के मुताबिक विकास ने जहर खाया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. दरअसल, डूंडलोद निवासी महेश मेघवाल हादसे वाले दिन से ही लापता था. वह विकास फौजी के खेत में काम करता था। महेश के परिवार ने दावा किया कि कार में महेश नहीं बल्कि विकास था। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को विकास फौजी ने अपने चचेरे भाई को फोन कर पैसे मांगे थे। इससे साबित हो गया कि वह जिंदा है और कार में जिस शख्स का शव जला था वह महेश मेघवाल का ही था. जलाने से पहले उसकी हत्या कर दी गई थी. बाद में इसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई.

विकास ने खुद की हत्या की साजिश रची

पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने विकास फौजी को शनिवार को पकड़ लिया था. इसी बीच विकास ने जहर खा लिभास्करया। विकास को मुकुंदगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से स्थिति गंभीर होने पर विकास को आज सुबह ही झुंझुनूं के राजकीय बीडीके अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान विकास की मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक विकास ने डेढ़ करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसी का क्लेम उठाने के लिए अपनी मौत की साजिश रची थी. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने विकास को पकड़ लिया था. मामले का पर्दाफाश करने वाला था. लेकिन उससे पहले ही उसने जहर खा लिया. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उन्होंने जहर कब खाया.

ये था पूरा मामला

होली की रात करीब 10 बजे सिपाही विकास अपने चचेरे भाई रमेश उर्फ सोनू के साथ ड्यूटी के लिए निकला था. रास्ते में उसने सोनू को ठेके पर छोड़ दिया और साबुन लेने के लिए वापस डूंडलोद चला गया। डूंडलोद से लौटते समय अंडरपास के पास कार में आग लग गई। दावा किया गया कि विकास की मौत हो गई है. परिवार वालों ने कार में मिले शव को विकास का ही समझ लिया और अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन उसी दिन डूंडलोद का एक युवक महेश मेघवाल भी लापता हो गया. महेश विकास फौजी के खेत में मजदूरी करता था। महेश के परिवार ने दावा किया था कि महेश कार में था. इसके बाद पुलिस ने नए सिरे से जांच की और मामले का पर्दाफाश किया.  कृपया ध्यान दें कि विकास  (25) श्रीनगर में तैनात थे। वह कंवरपुरा बालाजी डूंडलोद का रहने वाला था. एक माह पहले बेटे के जन्म की खुशी मनाने के लिए छुट्टी पर गांव आया था।