Jhunjhunu महाकुम्भ दे रहा राजस्थान वालों को रोजगार अनेक नई बस सेवा शुरू
भोजन व रहने की व्यवस्था, हलवाई भी राजस्थान के
राजस्थान के कई संतों ने महाकुम्भ में भंडारे लगाए हैं। इन भंडारों में हलवाई भी राजस्थान के हैं। इससे कई लोगों को रोजगार मिला हुआ है। झड़ाया बालाजी धाम के संत सीताराम दास व मुक्तिलाल सैनी ने बताया कि वहां गैस सिलेंडर की बजाय आवास क्षेत्र से दूर लकड़ी की भट्टियों पर भोजन तैयार किया जा रहा है। फतेहपुर मढी के दिनेश गिरी की ओर से भोजन व रहने की व्यवस्था की गई है। काली कमली आश्रम की ओर से भी रहने व भोजन की व्यवस्था की गई है।
बस ऑपरेटर ने शुरू किए पैकेज
बस ऑपरेटर ने बताया कि महाकुंभ के लिए प्रतिदिन स्लीपर बस संचालित की जा रही है। एक बस ऑपरेटर ने सात दिन की धार्मिक यात्रा के लिए सात हजार का पैकेज तैयार किया है, जिसमें चाय, नाश्ता, रहना और भोजन भी शामिल है। इस पैकेज में चित्रकूट, प्रयागराज महाकुंभ स्नान, काशी विश्वनाथ मंदिर, बनारस , अयोध्या, मथुरा, वृंदावन व गोवर्धन दर्शन शामिल हैं। चार हजार में चार दिवसीय पैकेज दिया जा रहा है। जिसमें प्रयागराज महाकुंभ स्नान और अयोध्या दर्शन शामिल हैं।
कोटा: हर दिन जा रही 2 बस
कोटा से महाकुंभ के लिए दो बसों का संचालन हो रहा है। बसों से प्रतिदिन औसतन 100 यात्री महाकुंभ में जा रहे हैं। रामधाम आश्रम ट्रस्ट के संत अवधेशकुमाराचार्य के संचालन में भंडारे व मौजीबाबा लोककल्याण ट्रस्ट की ओर से साध्वी हेमानंद सरस्वती के सान्निध्य में ठहरने की व्यवस्था की गई है।
