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Jhunjhunu हर दिन सैकड़ों जा रहे महाकुम्भ, एक रेल चलती थी उसका भी मार्ग बदला

 
Jhunjhunu हर दिन सैकड़ों जा रहे महाकुम्भ, एक रेल चलती थी उसका भी मार्ग बदला

झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू  करीब 144 साल के संयोग के बाद आए महाकुंभ में गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं। हजारों और भी जाना चाहते हैं, लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या प्रयागराज के लिए झुंझुनूं होते हुए चलने वाली एक मात्र ट्रेन का मार्ग बदलना है। ऐसे में श्रद्धालुओं को निजी वाहनों व निजी बसों से सड़क मार्ग से लम्बा व जोखिमभरा सफर करना पड़ रहा है। लालगढ़ से झुंझुनूं-सीकर, जयपुर होते हुए प्रयागराज तक सप्ताह में तीन दिन सोमवार,गुरुवार व शनिवार को 20404 लालगढ़-प्रयागराज सुपरफास्ट ट्रेन चलती थी। शेष दिन यह ट्रेन चूरू से फतेहपुर -सीकर होते हुए चलती थी। यानि सीकर व चूरू हर दिन आती थी। यह ट्रेन दौसा, बांदीकुई, अलवर, रामगढ़, डीग,गोवर्धन, मथुरा, आगरा, इटावा व कानपुर सहित कई शहरों में रुकती थी। इससे हजारों यात्रियों को फायदा हो रहा था। लेकिन करीब पंद्रह दिन से इस ट्रेन का मार्ग बदल दिया गया है। पहले इसे सातों दिन झुंझुनूं की बजाय लालगढ़-बीकानेर से चूरू, फतेहपुर व सीकर होते हुए चलाया गया। अब जयपुर से ही इसका मार्ग बदल दिया गया है। ऐसे में हजारों यात्रियों को परेशानी हो रही है। मार्ग बदलने का कारण रेलवे का कार्य बताया जा रहा है।

ट्रेन चलनी चाहिए

जिले में शैक्षणिक संस्थाओं में विद्यार्थियों, प्रवासी व धार्मिक पर्यटन एवं सैनिकों के बहुतायत में होने वाले आवागमन को देखते हुए झुंझुनूं के जनप्रतिनिधियों को सुपरफास्ट व वंदेभारत ट्रेन को चलवाने का प्रयास करना चाइए।

बजट में उम्मीद

एक फरवरी को बजट आएगा। इसमें उम्मीद है कि झुंझुनूं को नई ट्रेन मिले। स्टेशन का तो कायाकल्प हो रहा है। मुम्बई, सूरत, अयोध्या के लिए नई ट्रेन तथा दिल्ली से झुंझुनूं होते हुए जयपुर तक एक्सप्रेस ट्रेन और चलनी चाहिए। प्रयागराज के लिए रोडवेज बस चलनी चाहिए।