Jhunjhunu जिले में 30 सितबर तक पिछले वर्ष की तुलना में कम बरसात
वर्ष 2023 में बरसात: 600.8
30 सितबर 2024 तक बरसात: 567. 5
केन्द्र वर्ष 2023 -2024
बिसाऊ 531 594
बुहाना 452 460
चिड़ावा 704 572
गुढ़ागौड़जी 693 694
झुंझुनूं 768 495
मलसीसर 545 540
मंडावा 596 484
नवलगढ़ 645 481
पिलानी 627 708
सूरजगढ़ 447 647
(रेकॉर्ड रूम के अनुसार: बरसात एमएम में)
कोट बांध पर नहीं चली चादर
उदयपुरवाटी से शाकभरी जाने वाले मार्ग पर कोट गांव के निकट बने सरजूसागर (कोट बांध) भी इस बार खाली रह गया। इस बांध की भराव क्षमता लगभग 25 फीट है, लेकिन वर्तमान में यह 23 फीट तक ही भरा हुआ है। यह अभी दो फीट खाली है। खेतडी के तत्कालीन महाराजा अजीतसिंह ने 132 वर्ष पूर्व डाडा फतेहपुरा क्षेत्र में अजीत सागर बांध का निर्माण करवाया था ।बांध का निर्माण कार्य 16 जनवरी 1889 को शुरू हुआ था तथा 30 सितबर 1891 को पूरा हुआ। इस बांध का निर्माण कार्य राजा अजीत सिंह के निजी सचिव कन्हैयालाल की देखरेख में 86 हजार 394 रुपए की लागत से पूर्ण हुआ। इस बांध की भराव क्षमता 45 फीट है तथा बांध की क्षमता 4.63 एमसीएम है ।बांध वर्तमान में एकदम सूखा है ।बांध के अंदर विलायती कीकर उगी हुई हैं । बांध 20 अगस्त 2010 में आई वर्षा तेज वर्षा से भरा था । इसमें पानी नहीं आने का प्रमुख कारण इसके पानी आवक क्षेत्र में जगह-जगह एनीकट बने हुए हैं जो पानी को रोक लेते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि इस बांध में यदि पानी आता है तो डाडा फतेहपुरा, नालपुर , त्यौन्दा , मेहाड़ा ,गोरीर, दुधवा तक कुओं में जल स्तर बढ़ जाता है।