Aapka Rajasthan

Jhunjhunu सीरी कैंसर के इलाज में मैग्नेट्रॉन प्रौद्योगिकी का उपयोग विकसित किया जाएगा

 
Jhunjhunu  सीरी कैंसर के इलाज में मैग्नेट्रॉन प्रौद्योगिकी का उपयोग विकसित किया जाएगा

झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू केंद्र सरकार के प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड ने सीरी द्वारा विकसित कण त्वरक प्रौद्योगिकी के लिए एस-बैंड ट्यूनेबल मैग्नेट्रोन के वाणिज्यिक विकास और व्यावसायीकरण के लिए बैंगलोर स्थित एक कंपनी के साथ एक समझौता किया है। इसका उद्देश्य रेडियोथेरेपी मशीनों में स्वदेशी मैग्नेट्रोन का अधिकतम उपयोग करना है। क्योंकि अभी तक इसे विदेशों से ही इम्पोर्ट किया जाता है। यह तकनीक कैंसर के इलाज में उपयोगी है। समझौते के मुताबिक इस तकनीक का इस्तेमाल केंद्र सरकार को आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए करना है।

Jhunjhunu स्थित वायु गुणवत्ता परीक्षण केंद्र से जान सकेंगे शहर की हवा कितनी शुद्ध

इस समझौता ज्ञापन के तहत, केंद्र सरकार का प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड इस तकनीक की मदद से कैंसर के इलाज में उपयोगी रेडियोथेरेपी मशीनों के निर्माण के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए मैसर्स पैनसिया मेडिकल टेक्नोलॉजीज को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. डॉ. जितेंद्र सिंह, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक और परियोजना प्रमुख, मैग्नेट्रोन शिवेंद्र मौर्य, बोर्ड सचिव राजेश पाठक और जीवी सुब्रह्मण्यम, मेसर्स के प्रबंध निदेशक पंसिया मेडिकल टेक्नोलॉजीज। गौरतलब है कि CSIR-CEERI के वैज्ञानिकों ने महत्वपूर्ण तकनीक को जुलाई 2020 में M/s Panacea Medical Technologies को हस्तांतरित किया था। ताकि देश में उपलब्ध रेडियोथेरेपी मशीनों में स्वदेशी मैग्नेट्रोन का उपयोग किया जा सके। वर्तमान में इन मशीनों में केवल आयातित मैग्नेट्रोन का उपयोग किया जाता है। डॉ। डॉ. पीसी पंचरिया, निदेशक, सीएसआईआर-सिरी शिवेंद्र मौर्य।

Jhunjhunu भामाशाह एक सप्ताह से निःशुल्क पानी के टैंकरों से पिला रहे लोगों को पानी