Rajasthan Tragedy: झालावाड़ के सरकारी स्कूल में ढही छत, 6 बच्चों की जान गई 28 घायल, केंद्रीय मंत्री ने दिए ये सख्त निर्देश
झालावाड़ के एक सरकारी स्कूल में हुए दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। मनोहरथाना ब्लॉक के पिपलोदी गाँव स्थित एक सरकारी स्कूल के जर्जर भवन की छत बारिश के दौरान अचानक गिर गई, जिससे मलबे में दबकर 6 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 28 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय शिक्षा मंत्री, सीएम भजनलाल समेत तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने जताया दुख
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने झालावाड़ के पिपलोदा में स्कूल की छत गिरने से बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने से छात्रों के घायल होने की खबर बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से बात की और बचाव कार्यों का जायजा लिया। राहत एवं बचाव कार्य जारी है और अधिकारियों को घायल बच्चों के इलाज के निर्देश दिए गए हैं। मैं इस हादसे में प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। मैं ईश्वर से कम जनहानि और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर दुख जताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। ग्रामीणों के अनुसार, स्कूल में कुल 7 कक्षाएँ थीं, जिनमें से एक में यह हादसा हुआ। उस समय स्कूल में दो शिक्षक मौजूद थे, लेकिन वे इमारत के बाहर थे।
सभी बच्चे मलबे में दब गए
बता दें, यह हादसा उस समय हुआ जब कक्षा 7 के 35 से ज़्यादा बच्चे कक्षा में पढ़ रहे थे। भारी बारिश के बीच, स्कूल का एक कक्षा कक्ष भरभराकर गिर गया और सभी बच्चे मलबे में दब गए। स्थानीय ग्रामीणों और शिक्षकों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला। मनोहरथाना अस्पताल के डॉ. कौशल लोढ़ा ने बताया कि 35 घायल बच्चों को अस्पताल लाया गया था, जिनमें से 5 की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल 11 बच्चों को झालावाड़ ज़िला अस्पताल रेफर किया गया, जहाँ एक और बच्चे की मौत हो गई।
मृतक बच्चों की पहचान हो गई है
मृत बच्चों की पहचान पायल (14), प्रियंका (14), कार्तिक (8), हरीश (8), कान्हा, कुंदन (12) और एक अन्य बच्चे के रूप में हुई है। घायल बच्चों में कुंदन, मिनी, वीरम, मिथुन, आरती, विशाल, अनुराधा, राजू और शाहीना शामिल हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए झालावाड़ रेफर कर दिया गया है।
शिक्षा मंत्री घटनास्थल के लिए रवाना
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर आज भरतपुर के दौरे पर थे, उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए और तुरंत झालावाड़ के लिए रवाना हो गए। रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता घायल बच्चों को राहत पहुँचाना और उनका इलाज सुनिश्चित करना है। राजस्थान में हजारों स्कूल भवन जर्जर हालत में हैं, जिनकी मरम्मत के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि घटना की उच्च स्तरीय जाँच के आदेश दे दिए गए हैं।
