Jhalawar कोलकाता और केरल के लोगों को नागपुर से ज्यादा पसंद आ रहे हैं संतरे
कुंडीखेडा गांव निवासी किसान ईश्वर सिह ने बताया कि 30 बीघा में बगीचा लगा रखा है। इसमें 22 पौधे हैं। एक पौधा सीजन में 2 से ढाई मन की पैदावार देता है। अच्छी पैदावार में 30 से 40 लाख रुपए तक मुनाफा मिलता है। इस बार बारिश देरी से होने पर फुल झड़ गए तो आवक कम हुई है। आवक कम है तो भाव अच्छे मिलने से नुकसान नहीं हुआ है। क्षेत्र के खेतों तक नहरों से पानी पहुंचने से पौधों को 15 दिन में एक दिन पानी पिलाने में परेशानी नहीं होती है। फल का रंग जल्द आने से विदेशों तक मांग बढ़ी है।
फसल कम भाव दुगने
ग्राम पंचायत सिलेहगढ़ के दांता का खेड़ागांव निवासी गोविंद सिंह परिहार ने बताया कि गर्मी का संतरा इस बार चमकदार है। गुराडिय़ा माना गांव निवासी जवान सिंह ने बताया कि उन्होंने एक हजार पौधे लगा रखे हैं। पर इस बार संतरे का बगीचा कम आया है पर भाव गत वर्ष से डबल होने के कारण निराशा नहीं होने दी।
बगीचों से ही खरीद
आढ़तिया फरीद अहमद चौधरी ने बताया कि अब व्यापारी बगीचे खरीद रहे हैं। ऐसे में किसान को एक मुश्त फसल का मुनाफा भी मिल जाता है। वहीं संतरे को मंडी ले जाने एवं उसको पौधों से तोडऩे का खर्चा भी बच जाता है।
