Jhalawar सोयाबीन में नुकसान देख किसान की बिगड़ी तबीयत, मौत
झालावाड़ न्यूज़ डेस्क, झालावाड़ जिले की ग्राम पंचायत धतुरिया के गांव गागरनी में रविवार को बारिश से खराब सोयाबीन की फसल देखने के बाद एक किसान की तबीयत बिगड़ गई। उसे उपचार के लिए झालावाड़ अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों और ग्रामीणों के अनुसार लगातार कई दिन से हो रही बारिश रविवार को थमी तो गागरनी निवासी ईश्वर सिंह (45) पुत्र भगवानसिंह खेत में सोयाबीन की फसल देखने गया था। खेत में लबालब पानी भरने से पांच बीघा की सोयाबीन की फसल खराब हो गई थी। फसल में खराबा देखने के बाद घर आते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द की शिकायत के बाद परिजन उसे भवानीमंडी अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे झालावाड़ अस्पताल रैफर कर दिया। यहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पड़ौसी श्यामसिंह ने बताया कि ईश्वर सिंह की माली हालत ठीक नहीं थी। उसने घर की जरूरतों के लिए बैंक व स्वयं सहायता समूह से 5 लाख का कर्जा ले रखा था। उसे सोयाबीन की फसल से कर्जा चुकाने की उम्मीद थी। लेकिन फसल खराबा को वो सहन नहीं कर पाया। किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
5 दिन से पोर्टल बंद
प्रदेशभर में पिछले पांच दिन से कृषि मंत्रालय भारत सरकार का प्रधानमंत्री फसल बीमा पोर्टल तकनीकी खराबी के चलते बंद है। ऐसे में अब किसान अपनी शिकायत कहां करवाने जाएं। अधिकारी भी ऑफ लाइन शिकायत नहीं ले रहे हैं। क्रॉप कटिंग का हवाला देकर कृषि विभाग के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। वहीं फसली बीमा होने के बाद भी किसानों को इसका लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है। नुकसान हर बार की तरह किसान को ही उठाना पड़ रहा है। इधर किसान व सरकार दोनों से हिस्सा राशि लेकर बीमा कंपनियां चांदी कूट रही।जिन किसानों के खेतों में खराबा हुआ है, उनकी शिकायतें ले रहे हैं। जहां-जहां बारिश से नुकसान हुआ उसका सर्वे करवा रहे हैं। सर्वे चल रहा है। खराबे से किसान की मौत की कोई सूचना हमारे पास नहीं आई।