Aapka Rajasthan

Jhalawar एक साल बाद आए दूध के पैकेट, वो भी आधे-अधूरे

 
Jhalawar एक साल बाद आए दूध के पैकेट, वो भी आधे-अधूरे

झालावाड़ न्यूज़ डेस्क, सरकारी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा के साथ उनकी सेहत पर भी ध्यान दिया जाने लगा है। मिड डे मील योजना में पोषाहार के साथ ही बच्चों को दूध भी दिया जाता है। जिले के 1743 स्कूलों में से 1542 स्कूलों में करीब एक वर्ष बाद दूध पाउडर के पैकेट पहुंचे है लेकिन खानपुर ब्लॉक के 201 स्कूलों में अभी इंतजार करना पड़ेगा।  जिले के कुछ स्कूलों में तो पोषाहार प्रभारियों को इधर-उधर स्कूलों से जुगाड़ करके और कई स्कूलों में तो पिछले सरकार के समय में आए पैकेट से ही बच्चों को दूध पिलाना पड़ रहा तो कहीं स्कूलों में कई महीनों से दूध ही वितरित नहीं हुआ। सरकार ने फिर से जिले के 1542 स्कूलों में नियमित दूध पिलाने के लिए पाउडर के पैकेट भेज दिए है। राज्य सरकार एवं शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में पढ़ाई के साथ बच्चों की सेहत का ध्यान रखते हुए मिड डे मील योजना में खाना खिलाया जाता है। साथ ही 1 जुलाई 2022 से स्कूलों में मुख्यमंत्री बाल गोपाल दुग्ध योजना के अंतर्गत दूध पाउडर के पैकेट से दूध दिया जा रहा था लेकिन जैसे ही सरकार बदली तो दूध पाउडर के पैकेट नहीं आए। ऐसे में जिले के कई स्कूलों में तो करीब एक वर्ष से दूध पाउडर नहीं होने से बच्चों को नियमित दूध नहीं दिया गया है। अब राज्य सरकार ने इस योजना का नाम पन्नाधाय बाल गोपाल योजना कर दिया है।

विद्यार्थियों को बांटी जाने वाली साइकिल के बाद अब स्कूलों में दिए जाने वाले मिड-डे मील के दूध के पाउडर के पैकेट का रंग भी बदल गया है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय स्कूलों में बाल गोपाल योजना संचालित थी। तब पैकेट गुलाबी होते थे और तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत का फोटो होता था। यह अब पन्नाधाय बाल गोपाल योजना नाम से संचालित है। नाम बदलने के बाद पहली बार आए दूध पाउडर के पैकेट का रंग भी बदल गया है। ऊपर एक तरफ पन्नाधाय का व दूसरी तरफ सीएम भजनलाल का फोटो है। नीचे की तरफ चरागाह में गोवंश छपा है। अधिकारियों के अनुसार प्रति पैकेट एक-एक किलो का है। दूध बनाने की विधि भी इस पर प्रिंट है। इसकी एक्सपायरी डेट 12 नवम्बर 2025 है।