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Jhalawar मेडिकल कॉलेज को 5 प्रोफेसर मिले, पीजी छात्रों को नहीं होगी परेशानी

 
Jhalawar मेडिकल कॉलेज को 5 प्रोफेसर मिले, पीजी छात्रों को नहीं होगी परेशानी
झालावाड़ न्यूज़ डेस्क, झालावाड़ मेडिकल कॉलेज झालावाड़ के पीजी विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रोफेसरों की कमी से परेशानी हो रही थी। ऐसे में सभी रेजीडेंट अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे, इससे मेडिकल कॉलेज की सभी व्यवस्थाएं चरमरा गई थी, हालांकि चिकित्सा प्रशासन के समझाने के बाद मेडिकल छात्रों ने हड़ताल समाप्त कर दी थी। अब झालावाड़ कॉलेज को चार आचार्य निश्चेतना विभाग में तथा एक आचार्य माइक्रोबॉयोलोजी विभाग में लगाया गया है। अब आचार्य के अभाव में कोई छात्र परीक्षा से वंचित नहीं होगा। वहीं थीसिस भी समय पर जमा होने से उन्हे पीजी की डिग्री समय पर मिल सकेगी।

सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय जयपुर से डॉ. बबीता शर्मा आचार्य माइक्रोबायोलोजी, वहीं निश्चेता विभाग में चार आचार्य लगाए गए, जिसमें डॉ. सोनाली बेनीवाल, डॉ. प्रतिभा राठौड़, डॉ. महीपाल सिंह, डॉ. सुनीता मीणा को लगाया गया है। जिन्हे गुरुवार को जयपुर से रिलीव कर झालावाड़ उपस्थिति देने के आदेश दिए गए।अब सभी रेजीडेंट की थीसिस समय पर पूर्ण होने से परीक्षा से वंचित होने का डर नहीं होगा। मेडिकल कॉलेज के पीजी रेजीडेंट का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था।  28 जनवरी 2024 के अंक एनेस्थीसिया में प्रोफेसर नहीं, 52 रेजीडेंट का भविष्य अधरझूल में नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद जयपुर तक राजमेश व चिकित्सा शिक्षा में हड़कंप मच गया। उच्चाधिकारियों ने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के डीन से डिमांड मंगवाकर कॉलेज में पांच प्रोफेसरों की नियुक्ति की।