Jhalawar महात्मा गांधी स्कूलों में शिक्षक कर रहे रिजल्ट का इंतजार, पढ़ाई बाधित
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने करीब दो-ढाई माह पूर्व इन स्कूलों में नियुक्ति के लिए विभाग में ही कार्यरत सरकारी शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। इसके बाद डेढ़ माह पूर्व गत 25 अगस्त को इन शिक्षकों की लिखित परीक्षा का आयोजन भी कर लिया गया। परीक्षा का परिणाम अभी तक जारी नहीं हुआ है और परिणाम आने से पहले ही मामला न्यायालय में भी चला गया। ऐसे मे अंग्रेजी माध्यम के इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी खटाई में पड़ गई है। जबकि इन अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में जाने के लिए प्रदेश के करीब 51 हजार 870 शिक्षकों ने परीक्षा दी थी। जिनको परिणाम का इंतजार बना हुआ है। वहीं इधर विद्यार्थियों को गुरुजी के स्कूल आने का। प्रदेशभर के स्कूलों में शिक्षकों की कमी की वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई खासी बाधित हो रही है।
शिक्षक नहीं होने से कई स्कूलों में नामांकन शून्य
जिले में कई महात्मागांधी स्कूलों में शिक्षक नहीं होने ेसे विद्यार्थियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले में कई स्कूलों में शिक्षक नहीं होने से स्कूल का नामांकन शून्य हो गया है। ऐसे में अब इन स्कूलों को बंद करने की नौबत आ गई है।
ध्यान नहीं दिया तो बंद हो जाएंगे स्कूल
महात्मा गांधी स्कूलों के यही हाल रहे तो आने वाले समय में जिले के सभी महात्मा गांधी स्कूल नामांकन शून्य हो जाएंगे। शुरुआती समय में महात्मा गांधी स्कूलों का संचालन अच्छे हुआ, लेकिन पर्याप्त शिक्षकों के अभाव में अब संचालन सुचारू रूप से नहीं हो रहा है। ऐसे में समय से इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की जानी चाहिए।अंग्रेजी माध्यम स्कूलों व मॉडल विद्यालयों में प्रधानाचाय, व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक, अध्यापक लेवल वन, अध्यापक लेवल टू, पुस्तकालयाध्यक्ष, प्रयोगशाला सहायक व कम्प्यूटर शिक्षक आदि के रिक्त पदों को भरने के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ था।