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Jalore मिट्टी को सोना मानकर आंगन लीपती है महिलाएं, पूजन भी होता है

 
Jalore मिट्टी को सोना मानकर आंगन लीपती है महिलाएं, पूजन भी होता है
जालोर न्यूज़ डेस्क, जालोर  दीपोत्सव समृद्धि का पर्व है और इस पर्व पर लोग सोने चांदी से लेकर महंगी से महंगी वस्तुओं की खरीद करते हैं। दूसरा रोचक पक्ष यह भी है कि ग्रामीण क्षेत्र में धनतेरस पर गांव की मिट्टी को सोने का स्वरूप मानकर विशेष पूजन किया जाता है।भेटाला में महिलाएं शुभ मुहूर्त में पीळी (विशेष मिट्टी) की खुदाई कर लाती है। इसके साथ आंवलकोनी के पीले रंग के पुष्प भी होते हैं। मिट्टी और इन पुष्पों को समृद्धि का प्रतीक मानकर पूजन किया जाता है। वहीं मिट्टी और गोबर से आंगन को लीपा जाता है। उसके बाद धनतेरस पर महिलाएं पूजन करती है। वहीं पीले पुष्पों को दोपावली तक सहेजा जाता है और उन्हें भी पूजन सामग्री में उपयोग लिया जाता है। संतोष ने बताया कि यह क्षेत्र की परंपरा है जो पीढ़ी दर पीढ़ी चल रही है। माना जाता है कि धनत्रयोदशी पर मिट्टी और पुष्प आने के साथ आंगन लीपने से देहरी शुद्ध हो जाती है। गृहिणी अरुणा राजपुरोहित ने कहा दीपोत्सव पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।