Jalore में परीक्षा के पेपर आउट मामले में लिप्त पटवारी बर्खास्त, प्रोबेशन पीरियड में ही गई नौकरी

जालोर न्यूज़ डेस्क,कलेक्टर निशांत जैन ने द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर आउट मामले में शामिल पटवारी घमाराम बिश्नोई को शासकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया.
जानकारी के अनुसार सुरेश ढाका और भूपेंद्र सरन के गुर्गे दिसंबर में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर जारी करने के बाद बस में परीक्षार्थियों को पढ़ा रहे थे. विशेष टीम ने बकरिया थाना क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए बस को जब्त कर सुरेश बिश्नोई सहित 50 से अधिक अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया. तभी से सांचौर के हरियाली में कार्यरत पटवारी घमाराम फरार चल रहा था. इस दौरान पटवारी का नाम तब सामने आया जब मुख्य सरगना भूपेंद्र सरन को विशेष टीम ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया. उसके बाद 25 फरवरी को उदयपुर पुलिस ने सांचौर तहसील परिसर से उसे गिरफ्तार कर लिया. पटवारी को कुछ दिनों बाद कलेक्टर ने निलंबित कर दिया था, लेकिन अब उन्हें राज्य सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होते ही पटवारी गिरफ्तारी के डर से गायब हो गया. करीब दो महीने तक फोन बंद रखकर अलग-अलग जगहों पर फरार हो गया। पहले जयपुर गए। फिर गोवा। 31 मार्च को थर्टी फर्स्ट की पार्टी करने के बाद कुछ दिन गोवा में रहे। इस दौरान तीन से चार बार जयपुर पहुंचे। सांचौर भी दो बार तहसील में सरकारी बैठक में शामिल होने आए। इस दौरान 25 फरवरी को उदयपुर को पुलिस ने पकड़ लिया था।
कांस्टेबल भर्ती-2013 (2015 में परीक्षा हुई थी) में घमाराम का नाम आया था। उसका नाम पेपर लीक के मास्टरमाइंड जगदीश जानी और भीखाराम बिश्नोई ने उजागर किया था। जूनियर अकाउंटेंट भर्ती, कांस्टेबल भर्ती, एसआई भर्ती, एलडीसी भर्ती, आरएएस प्री भर्ती सहित कई भर्तियों के पेपर में भी इस गिरोह का नाम आया था।
पटवारी गामा राम पूर्व में भी नकल मामले में जेल जा चुका है। परिवीक्षा अवधि पूरी होने से पहले गिरफ्तारी के कारण फिक्सेशन नहीं किया गया था। अभी तक वेतन भी 8910 रुपए ही है। जिसमें से 1450 रुपए काटे जा रहे हैं। ऐसे में पटवारी के खाते में 7460 रुपए ही आते हैं। नकल मामले में पटवारी के खिलाफ चार प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें एक की गिरफ्तारी भी हुई है.