Aapka Rajasthan

राजस्थान का कैलाश धाम Jalore का बिशनगढ़ शिव मंदिर

 
राजस्थान का कैलाश धाम Jalore का बिशनगढ़ शिव मंदिर

जालोर न्यूज़ डेस्क, भगवान शिव की महिमा से कोई भी अनजान नहीं है। पुराणों के अनुसार कहा जाता है शिव मंदिरों में दर्शन करने से सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। शिव जी को देवों के देव महादेव भी कहते हैं। और इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ, आदि नामों से भी जाना जाता है। देवो के देव महादेव जी के स्वरूप को देखने मात्र से ही इंसान के कष्ट दूर हो जाते हैं। भारत में भगवान शिव जी को समर्पित ऐसे कई मंदिर हैं जो विशाल और खूबसूरत हैं। ऐसा ही एक विशालकाय मंदिर भारत में राजस्थान राज्य के जालौर जिले में बिशनगढ़ गांव में स्थित है। बिशनगढ़ का यह धाम कैलाश धाम के नाम से जाना जाता है। कैलाश धाम बिशनगढ़ जालौर में भगवान शिव जी की 72 फीट ऊंची विशालकाय प्रतिमा स्थापित है। कैलाश धाम बिशनगढ़ में दर्शन करने श्रद्धालु देशभर से आते हैं। आईये इस लेख में हम जानते हैं कैलाश धाम बिशनगढ़ के बारे मे।

बिशनगढ़ के कैलाश धाम में स्थापित भगवान शिव जी की प्रतिमा देशभर में प्रसिद्ध हैं। कैलाश धाम का निर्माण जालोर जिले के भंवरानी गांव के निवासी भंवरलाल खींवेसरा द्वारा उनकी मां की इच्छा व स्मृति में श्रीमती अणसीदेवी प्रतापचंद खींवेसरा ट्रस्ट द्वारा निर्माण किया गया है। जालोर जिले के भंवरानी के रहने वाले भंवरलाल खींवेसरा का कर्नाटक के बेंगलुरु में अपना व्यवसाय है। कहते है कि खींवेसरा परिवार की सदैव शिव भक्ति मे आस्था रही हैं। भंवरलाल जी की माताजी श्रीमती अणसीदेवी की शिव जी की भक्ति में अटूट विश्वास रहा है। भंवरलाल खींवेसरा का कहना है कि एक बार वो अपनी माताजी के साथ बेंगलूरु के ओल्ड एयरपोर्ट रोड स्थित शिवोहम टेंपल में पूजा के लिये गये। (Shivoham Temple Bengaluru Karnataka) इस दौरान उन्होने उनकी मां की इच्छा के मुताबिक शिवोहम टेंपल जैसे मंदिर की इच्छा जताई। अपनी माताजी की इच्छा के अनुसार भंवरलाल जी खींवेसरा ने शिवोहम टेंपल की तरह ही बिशनगढ़ जालौर मे कैलाश धाम का निर्माण कराया और अपनी माताजी श्रीमती अणसीदेवी प्रतापचंद जी खींवेसरा का सपना साकार किया।