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Jalore बिजली कटौती से जलापूर्ति व्यवस्था बाधित, शेड्यूल पहुंचा 96 घंटे

 
Jalore बिजली कटौती से जलापूर्ति व्यवस्था बाधित, शेड्यूल पहुंचा 96 घंटे
जालोर न्यूज़ डेस्क, जालोर शहर समेत नर्मदा परियोजना एफआर प्रोजेक्ट से जुड़े करीब 300 गांव ढाणी और कस्बों में जलापूर्ति का शैड्यूल बिगड़ गया है। जालोर शहर की ही बात करें तो 48 घंटे के बजाय 96 घंटे में बमुश्किल सप्लाई हो पा रही है। समस्या का प्रमुख कारण दो दिन पूर्व हुई बारिश से आए फॉल्ट और उसके बाद आया विद्युत व्यवधान है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो अब तैतरोल से सप्लाई सुचारू हो चुकी है, लेकिन उसके बाद भी प्रोजेक्ट से जुड़े सभी गांव कस्बों में आपूर्ति का शैड्यूल व्यवस्थित होने में 2 से 3 दिन का समय लग जाएगा। जिससे जल संकट का सामना करना पड़ेगा।

12 घंटे बंद रही सप्लाई

नर्मदा तैतरोल पंपिंग स्टेशन पर खराब मौसम के बाद सोमवार रात को बिजली बंद हुई। रात 11 बजे से पानी की पंपिंग भी प्रभावित हुई। जिसके बाद मंगलवार सवेरे 11 बजे बिजली आपूर्ति बहाल होने के बाद पंपिंग शुरु हो पाई। 3 घंटे के बाद फिर से पॉवर कट के कारण पंपिंग प्रभावित हुई। इस स्थिति में करीब 50 लाख लीटर पानी जालोर को नहीं मिल पाया। इसी तरह बुधवार को सवेरे 6 बजे से वॉल्टेज की समस्या के बीच तैतरोल से पंप नहीं चले।

शैड्यूल पूरी तरह से प्रभावित

विभाग 48 घंटे में सप्लाई का दावा कर रहा है, लेकिन हकीकत में पानी के लिए लोगों को कई अधिक इंतजार करना पड़ रहा है। लचर मॉनिटरिंग के चलते सिस्टम फेलियर हो रहा है। वर्तमान में जालोर शहरी क्षेत्र में बड़े एरिया में आपूर्ति 96 घंटे में एक बार बमुश्किल हो रही है।

अभी तीन तरह का शैड्यूल

1- जालोर शहर के परकोटे के भीतर के पूरे एरिया में 72 घंटे में बमुश्किल पानी की सप्लाई हो रही है। जल संकट गहरा गया है।

2- वीआईपी क्षेत्र और उच्च जलाशयों के आस पास के क्षेत्र में शिवाजी नगर, स्टेडियम के आसपास के कुछ क्षेत्रों में 48 घंटे में आपूर्ति

3- रामदेव कॉलोनी, प्रताप नगर, आशापूर्णा, राव कॉलोनी समेत इस क्षेत्र के आस पास के तमाम मोहल्लों में आपूर्ति 96 घंटे तक पहुंच चुकी है।

टैंकरों पर निर्भरता बढ़ी

गर्मी के मौसम में पानी की डिमांड बढी है, दूसरी तरफ सप्लाई घटी है। पानी की सप्लाई प्रभावित होने से लोगों को मजबूरी में टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है। विभाग द्वारा समय पर जलापूर्ति का दावा झूठा साबित हो रहा है।  हर बार की तरह इस बार भी गर्मी के मौसम में पर्याप्त पानी मौजूद होने के बाद जल संकट गहरा रहा है। जलदाय विभाग का कहना है कि तैतरोल से व्यवस्थित पंपिंग शुरु होने के साथ पर्याप्त पानी मिलने लग जाएगा और आगामी 3 से 4 दिन में सप्लाई व्यवस्थित हो जाएगी। दूसरा पक्ष यह भी है कि खराब मौसम का अलर्ट जारी हो चुका है। ऐसे में फिर से फॉल्ट की स्थिति बनती है तो व्यवस्थित सप्लाई के दावे पर विभाग खरा नहीं उतर पाएगा। विद्युत व्यवधान से जलापूर्ति प्रभावित हुई है। पर्याप्त पानी मिलने के साथ शैड्यूल अनुसार पानी सप्लाई शुरु कर दी जाएगी।