Jalore बागरा फोरलेन का 30 प्रतिशत तक काम पूरा, पाइपलाइन-पोल शिफ्टिंग देरी से अड़चन
रात में खतरे की आहट, किनारों पर गड्ढे
कार्य स्थल के आस पास पर्याप्त संकेतक और डायवर्सन के संकेतक भी नहीं है। ये हालात हादसे को न्योता दे रहे हैं। रात के अंधेरे में तो खतरा और भी बढ़ जाता है। बता दें कुछ हिस्सों में 2 से तीन फीट तक गड्ढे है और उसे खुला छोड़ा गया है। ऐसे में जालोर-बागरा निर्माणाधीन फोरलेन सडक़ मार्ग पर थोड़ी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
लगातार आई अड़चन फिर शुरु हुआ था काम
पिछले साल अक्टूबर माह में यह काम शुरु हुआ और अब तासखाना क्षेत्र से औद्योगिक क्षेत्र तृतीय चरण के बीच सडक़ को चौड़ा करने के लिए किनारों की खुदाई, उसमें कंकरीट बिछाने के साथ रोलिंग का काम चल रहा है। आधी अधूरी तैयारी से चल रहे इस काम में कई खामियां नजर आ रही है। मार्ग के किनारे और सडक़ निर्माण कार्य क्षेत्र के बीच में आ रही पानी की पाइप लाइन, विद्युत लाइन के खंभे नहीं हटने से कार्य प्रभावित हो रहा है। जब तक यह काम नहीं होता पूरे क्षेत्र में कंकरीट बिछाने के साथ रोलिंग का कार्य पूरा नहीं हो पाएगा।