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Jalore सरकार मुखर हो तो भीनमाल के जूता उद्योग को मिलेगा सहारा

 
Jalore सरकार मुखर हो तो भीनमाल के जूता उद्योग को मिलेगा सहारा
जालोर न्यूज़ डेस्क, जालोर देश में कोरोना महामारी की मार स्थानीय उद्योगों पर पड़ी। प्रधानमंत्री ने महामारी से हुए लॉकडाउन के दौरान लोकल के लिए वोकल बनने की बात देश की जनता को कही थी। प्रदेश सरकार व स्थानीय जनता जूती उद्योग के लिए वोकल का काम करें तो यह उद्योग बढऩे के साथ प्रदेश का वैश्विक स्तर पर पहचान बनेगा। जिला प्रशासन जालोर महोत्सव के माध्यम से जरूर जूती उद्योग के लिए वोकल बना। गत दो साल से जालोर महोत्सव के तहत लगने वाले मेलों में जूती उद्योग के लिए विशेष प्रबंधन कर रहा है। लेकिन प्रदेश स्तर से इस उद्योग को बढावा देने के लिए कोई योजना नहीं बनी। सरकार को प्रदेश स्तर में होने वाली प्रदर्शिनियों में जूती उद्योग को बढावा देना चाहिए। (नि.सं)

1000 लोगों ने जूती पहन बनाया था रिकार्ड

जूती उद्योग को बढावा देने के लिए जिला प्रशासन ने पहल की। जालोर महोत्सव 2022 में पूरे जिले में 1 हजार लोगों ने जूती पहन कर राष्ट्रगीत गाकर इंडिया बुक आफ रिकार्ड दर्ज करवाया। इससे पहले जूती को लेकर कोई रिकार्ड नहीं था।

प्रशासन की अच्छी पहल

ं जूती उद्योग को बढावा देने के लिए जिला प्रशासन ने जालोर महोत्सव में जूती प्रदर्शनी को जोडना प्रशासन की अच्छी पहल रही। इस बार भी स्टॉल लगाकर प्रशासनिक अधिकारियों व शहरवासियों को जूती की खासियत के बारे में बताया। सरकार को जूती उद्योग को बढावा देने के लिए वोकल बनना चाहिएए जिससे जूती कामगरों को संबल मिल सके।जिले के जूती उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पहले कोई मंच उपलब्ध नहीं हो रहा था। जालोर महोत्सव 2022 में जूती की प्रदर्शनी को जोड़ा गया। तत्कालीन जिला कलक्टर नमृता वृष्णि ने जालोर महोत्सव के तहत जिलेभर में होने वाले कार्यक्रमों में मोजड़ी (जूती) प्रदर्शनी को जोडकऱ जूती उद्योग को संबल देने का कार्य किया। इसके बाद हर साल महोत्सव में जूती की प्रदर्शनी होती है। जिसमें स्थानीय निर्माता स्टॉल लगाकर जूती की खासियत को दर्शाते है।