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राजस्थान के इस जिले में बनेगा Green Field Expressway, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के लिए और भी सरल और सुगम होगा सफर

 
राजस्थान के इस जिले में बनेगा Green Field Expressway, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के लिए और भी सरल और सुगम होगा सफर 

जालोर न्यूज़ डेस्क - पिछले साल राजस्थान बजट में घोषित 8 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे में से एक जालोर-झालावाड़ा परियोजना के लिए जमीनी स्तर पर काम शुरू हो गया है। जालोर-झालावाड़ा और अजमेर-बांसवाड़ा परियोजनाओं की निगरानी उदयपुर पीडब्ल्यूडी (एनएच) विभाग कर रहा है। विभागीय जानकारी के अनुसार अब इस परियोजना की डीपीआर पर काम शुरू हो गया है और संबंधित एजेंसी ने इस बहुआयामी परियोजना के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया है। एजेंसी को 18 महीने में डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) पेश करनी है। प्रदेश के सभी 8 एक्सप्रेस-वे की डीपीआर के लिए यही समय सीमा है। बता दें कि इस साल राज्य बजट में प्रदेश की इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए 60 हजार करोड़ रुपए की घोषणा की गई है।

राजस्थान की 7 परियोजनाओं के लिए भी प्रयास तेज हुए
जालोर-झालावाड़ा एक्सप्रेस-वे (402 किमी) के अलावा 7 अन्य परियोजनाओं के लिए भी प्रयास तेज हो गए हैं। जिसके तहत कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेसवे (181 किमी), जयपुर-भीलवाड़ा (193 किमी), बीकानेर-कोटपूतली (295 किमी), ब्यावर-भरतपुर (342 किमी), अजमेर-बांसवाड़ा (358 किमी), जयपुर-फलोदी (345 किमी), श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे (290 किमी) की डीपीआर का कार्य प्रगति पर है।

जालोर के लिए यह एक महत्वपूर्ण परियोजना है
इस परियोजना को जामनगर-अमृतसर भारतमाला परियोजना से जोड़ने का प्रयास है। जालोर में कृषि उत्पादों में जीरा प्रचुर मात्रा में पाया जाता है तथा जीवाणा में अनार की मंडी है, जहां से सालाना 1 हजार करोड़ का व्यापार होता है। ग्रेनाइट नगरी के नाम से मशहूर जालोर के ग्रेनाइट उद्योग को यह परियोजना नई ऊंचाईयां प्रदान करने जा रही है।

सभी परियोजनाओं की डीपीआर तैयार की जा रही है
कुल 9 एक्सप्रेसवे की घोषणा की गई, जिसमें से एक एनएचएई के अधिकार क्षेत्र में है। अब पीडब्ल्यूडी (एनएच) के अधीन 8 एक्सप्रेस-वे हैं। जिसके लिए डीपीआर का काम चल रहा है। जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेस-वे भी इसमें शामिल है। इसकी कनेक्टिविटी जालोर के पास अमृतसर-जामनगर इकोनॉमी कॉरिडोर से प्रस्तावित है और दूसरे छोर पर झालावाड़ के पास दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे से प्रस्तावित है और प्रारंभिक सर्वेक्षण में इस प्रस्तावित 402 किलोमीटर रूट की अनुमानित लागत 10 हजार 300 करोड़ रुपए है। जालोर-झालावाड़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे जालोर से शुरू होकर सिरोही, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बेगू, बिजोलिया, रावतभाटा, मोड़क और चेचट होते हुए झालावाड़ तक जाएगा।

ऐसे चलेगी प्रक्रिया
विभागीय जानकारी के अनुसार डीपीआर रिपोर्ट तैयार होने के बाद परियोजना की प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
अगले चरण में परियोजना का एलाइनमेंट और रूट तय करने की कार्रवाई की जाएगी।
इस प्रक्रिया के बाद परियोजना के बीच में आने वाले वन क्षेत्र का आंकलन कर विकल्प तलाशे जाएंगे।
परियोजनाओं के रूट तय होने के साथ ही संबंधित रूट में आने वाली जमीन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

इनका कहना है
जालोर-झालावाड़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की डीपीआर पर काम शुरू हो चुका है। एजेंसी को 18 महीने में प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपनी है।