Aapka Rajasthan

Jalore में राजकीय प्राथमिक विद्यालय को बने 20 साल से ज्यादा लेकिन आज भी सरकारी रास्ता नहीं, मिड डे मील को स्कूल तक लाना मुश्किल

 
Jalore में राजकीय प्राथमिक विद्यालय को बने 20 साल से ज्यादा लेकिन आज भी सरकारी रास्ता नहीं, मिड डे मील को स्कूल तक लाना मुश्किल

जालोर न्यूज़ डेस्क,सांचौर के समीप चितलवाना अनुमंडल के परावा ग्राम पंचायत के मालवाड़ा गांव में बेजरो की ढाणी राजकीय प्राथमिक विद्यालय बने हुए 20 वर्ष से अधिक समय हो गया है, लेकिन आज भी यहां कोई सरकारी सड़क नहीं है. जिससे स्कूल में पढ़ने वाले 100 से अधिक छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक करीब 20 साल पहले लोगों की मांग पर सरकार ने स्कूल खोलने की अनुमति दे दी थी, लेकिन जमीन नहीं थी.

Jaipur News: कॉमेडियन ख्याली राम के खिलाफ रेप का मामला दर्ज, पुलिस तलाश में जुटी

ऐसे में भामाशाह भूराराम बेजारा ने अपनी कृषि भूमि से स्कूल के लिए जमीन दान में दी, लेकिन दो दशक बीत जाने के बाद भी इस स्कूल तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं बन सकी. इस स्कूल तक पहुंचने के लिए लोगों ने अपने खेतों से कच्ची सड़कें बना ली हैं, लेकिन सरकारी सड़क नहीं होने के कारण छात्रों को परेशान होना पड़ता है. वहीं, शिक्षकों को भी मध्याह्न भोजन का राशन स्कूल में लाने की चिंता करनी पड़ रही है.

ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए सरकार ने 20 साल पहले राजकीय प्राथमिक विद्यालय बेजरों की ढाणी में एक स्कूल खोला था, लेकिन अधिकारी इस स्कूल की सुध लेना भूल गए. ऐसे में अब इस स्कूल में न तो खेल का मैदान है और न ही स्कूल तक जाने का रास्ता। जिससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे परेशान हैं।

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी स्कूल बेजरो की ढाणी तक बजरी सड़क के लिए 2 बार टेंडर हो चुके हैं, लेकिन ग्राम पंचायत के रुचि नहीं होने के कारण बजरी सड़क का काम नहीं हो पा रहा है.

Rajasthan Shocking News: जयपुर के वर्ल्ड ट्रेड पार्क मॉल में लेडिज बाथरूम में हिडन कैमरे का मामला आया सामने, पुलिस जांच में जुटी

स्कूल तक जाने के लिए असम्भव सड़क है, लेकिन ग्राम पंचायत की लापरवाही के कारण स्कूल के लिए बजरी वाली सड़क नहीं बन पाई है. स्कूल से एक किमी दूर सड़क है। जिससे मिड डे मील का सामान लेने के लिए एक किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है।