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Jalore लूणी-समदड़ी-भीलाड़ी रेलवे मार्ग के दोहरीकरण को कैबिनेट की मंजूरी

 
Jalore लूणी-समदड़ी-भीलाड़ी रेलवे मार्ग के दोहरीकरण को कैबिनेट की मंजूरी
जालोर न्यूज़ डेस्क, जालोर समदड़ी-भीलड़ी वाया जालोर रेल खंड को केबिनेट से गुरुवार को भविष्य से जुड़ी बड़ी सौगात मिली है। केबिनेट द्वारा 8 फरवरी को राजस्थान के 3 महत्वपूर्ण रेल मार्गों के दोहरीकरण को मंजूरी प्रदान की गई है, जिसमेें समदड़ी-भीलड़ी वाया जालोर रेल खंड भी शामिल है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर-सवाई माधोपुर, अजमेर-चंदेरिया और लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्गों के दोहरीकरण को केबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई है। लूनी-समदड़ी-भीलड़ी 278 रूट किलोमीटर व 315.57 ट्रैक किलोमीटर रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य अनुमानित लागत 3530.92 करोड़ रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है। वर्तमान में लूनी-समदडी रेलमार्ग पर बहुत अधिक ट्रेफिक रहता है जिसके कारण मार्ग पर बहुत अधिक व्यस्तता होने के कारण नई ट्रेनों का संचालन करने में कठिनाई होती है। लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग के दोहरीकरण होने से अधिक माल लदान के परिवहन में मदद मिलेगी तथा इस मार्ग पर भविष्य में डबल स्टैक केंटेनर ट्रेन का संचालन किया जाना भी संभव होगा। जोधपुर और बाड़मेर से जालौर होते हुए अहमदाबाद की ओर जाने के लिए मार्ग पर अधिक यात्री और मालगाड़ियां का संचालन किया जा सकेगा।

समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड पश्चिमी राजस्थान को गुजरात के कांडला पोर्ट तक को जोड़ता है। वर्तमान में इस रूट पर गुड्स ट्रेन की आवाजाही अधिक है। सीमावर्ती भुज भी इसी रूट से कनेक्ट है। ट्रेनों की अधिक आवाजाही को देखते हुए दोहरीकरण की मांग एक दशक से चल रही थी, जिस पर अब स्वीकृति मिली है। इधर, जालोर से मेवाड़ को कनेक्ट करने के लिए एक प्रोजेक्ट बागरा, सिरोही रोड-उदयपुर भी वर्तमान में केंद्र के पास विचाराधीन है। करीब 135 किमी का इस प्रोजेक्ट का रूट सर्वे होने के बाद रेलवे बोर्ड के मार्फत सरकार को भेजा गया था। इस प्रोजेक्ट पर स्वीकृति का केंद्र सरकार से इंतजार है।

इसी तरह जयपुर-सवाई माधोपुर 131.27 रूट किलोमीटर व 152.77 ट्रैक किलोमीटर मार्ग का दोहरीकरण कार्य अनुमानित लागत 1268.57 करोड़ रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है। अजमेर-चंदेरिया 178.20 रूट किलोमीटर व 212.08 ट्रैक किलोमीटर रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य अनुमानित लागत 1813.28 करोड़ रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है। राजस्थान के इन 3 महत्वपूर्ण रेल मार्गों के दोहरीकरण को मंजूरी मिलने से क्षेत्र में तीव्र और सुगम रेल संचालन की परिकल्पना को गति मिलेगी और यात्रियों का आने वाले समय में अधिक ट्रेनों की सुविधा उपलब्ध होगी। इन मार्गों के दोहरीकरण होने से क्षेत्र में आर्थिक, सामाजिक तथा धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और अनेक तरह के रोज़गार के अवसरों की उत्पत्ति होगी।