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फसल बीमा योजना में बड़ा अपडेट! 49 प्रतिशत किसानों को मिली क्लेम की राशि, बाकी को जल्द राहत

 
फसल बीमा योजना में बड़ा अपडेट! 49 प्रतिशत किसानों को मिली क्लेम की राशि, बाकी को जल्द राहत

जालोर न्यूज़ डेस्क - के किसानों को जल्द ही उनके लंबित बीमा दावों के भुगतान में राहत मिलेगी। उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री केके विश्नोई ने विधानसभा में बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत लंबित दावों का भुगतान जल्द ही किया जाएगा। साथ ही अपात्र किसानों के मामलों की समीक्षा के लिए बीमा कंपनियों और कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक ली जाएगी।

किसानों को कितने बीमा दावे मिले
मंत्री ने बताया कि खरीफ 2023 में 35,914 किसानों को 33.64 करोड़ रुपए तथा रबी 2023-24 में 37,507 किसानों को 105.75 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। जालोर जिले में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के माध्यम से 45.70 करोड़ रुपए के बीमा दावों में से 43.67 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके हैं, जबकि शेष 2.03 करोड़ रुपए का भुगतान प्रक्रियाधीन है।

किसानों को कितना क्लेम मिला
खरीफ 2023 में 3,217 किसानों को 3.49 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम दिया गया, जबकि रबी 2023-24 में 19,519 किसानों को 71.71 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।

बीमा क्लेम प्रक्रिया और जरूरी नियम
राज्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को सूखा, बाढ़, कीट प्रकोप, ओलावृष्टि और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई की जाती है। फसल कटाई के बाद नुकसान होने पर 72 घंटे के भीतर कृषि रक्षक पोर्टल, हेल्पलाइन 14447, फसल बीमा एप या स्थानीय कृषि विभाग को सूचित करना अनिवार्य है। सूचना मिलने के 48 घंटे के भीतर बीमा कंपनी सर्वेयर नियुक्त करती है, जो कृषि विभाग और किसान की मौजूदगी में सर्वे पूरा करता है।

सांचौर में 8705 किसानों ने किया दावा, 49% को मिला मुआवजा
रबी 2023-24 में सांचौर में 8,705 किसानों ने बीमा दावे के लिए आवेदन किया, जिसमें से 49% यानी 4,305 किसानों को 19.08 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। शेष 4,400 आवेदनों को डुप्लीकेट, फसल बेमेल, देरी से आवेदन, अधिसूचित फसल न होने जैसे कारणों से अपात्र घोषित कर दिया गया।

किसानों के हित में सरकार के प्रयास
राज्य मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार किसानों के हित में हरसंभव कदम उठा रही है। लंबित दावों के शीघ्र निपटान के लिए बीमा कंपनियों से बातचीत चल रही है, ताकि सभी पात्र किसानों को समय पर मुआवजा मिल सके।