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जालोर में 19 वर्षीय बेटे ने लोक अदालत में कराई माता-पिता की सुलह, परिवार हुआ फिर से एकजुट

 
जालोर में 19 वर्षीय बेटे ने लोक अदालत में कराई माता-पिता की सुलह, परिवार हुआ फिर से एकजुट

जिले में रविवार को आयोजित हुई लोक अदालत में एक दिल छू लेने वाली घटना सामने आई। 19 साल के बेटे ने छह साल से अलग रह रहे अपने माता-पिता को एक साथ रहने के लिए मनाया। बेटे की समझाइश और प्रयास के बाद माता-पिता ने एक-दूसरे को माला पहनाई और पूरा परिवार घर के लिए साथ-साथ चला गया।

सूत्रों के अनुसार, यह मामला लंबे समय से चला आ रहा था। माता-पिता अलग रहने के कारण परिवार में दूरी बढ़ गई थी। बेटे ने इस स्थिति को देखकर लोक अदालत में अपने माता-पिता को आमंत्रित किया और दोनों के बीच सुलह कराने का प्रयास किया।

लोक अदालत में मौजूद लोगों ने बेटे की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इतनी कम उम्र में बेटे द्वारा अपने परिवार को सुलझाने का प्रयास बेहद सराहनीय है। वहां उपस्थित लोगों ने देखा कि बेटे ने प्यार और समझदारी के साथ अपने माता-पिता को समझाया, जिससे दोनों की नाराजगी खत्म हुई और परिवार पुनः एक साथ हो गया।

बेटे ने कहा कि परिवार की एकता और आपसी प्रेम सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने माता-पिता को यह समझाया कि अलगाव किसी के लिए भी लंबे समय तक सही नहीं होता और परिवार का महत्व हमेशा सर्वोपरि होना चाहिए। इस प्रयास से माता-पिता ने आपसी मतभेद भुलाकर एक-दूसरे को माला पहनाई और साथ रहने का निर्णय लिया।

लोक अदालत में उपस्थित अन्य नागरिकों और समाजसेवियों ने कहा कि यह उदाहरण अन्य परिवारों के लिए प्रेरणास्रोत हो सकता है। उन्होंने कहा कि विवादों और मतभेदों को प्यार, समझ और संवाद के जरिए सुलझाना सबसे बेहतर तरीका है।

स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना को सकारात्मक पहल के रूप में देखा। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में एकजुटता और परिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देती हैं। बेटे की पहल ने यह साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और समझाइश से बड़े विवाद भी सुलझाए जा सकते हैं।

इस सुलह के बाद पूरे परिवार ने साथ मिलकर घर लौटने का निर्णय लिया। आसपास मौजूद लोगों ने इस पल को देखकर खुशी जताई और बेटे की सराहना की। माता-पिता ने भी बेटे की समझदारी और धैर्य की तारीफ की।