बॉलीवुड-हॉलीवुड फिल्ममेकर्स की पहली पसंद बना राजस्थान का ये जिला, 2025 में तीन इन फिल्मों की शूटिंग कन्फर्म
भारत-पाक सीमा से सटा जैसलमेर अब सिर्फ पर्यटन स्थल ही नहीं बल्कि फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद भी बनता जा रहा है। ऐतिहासिक धरोहर, सुनहरी रेत के टीले और अछूती प्राकृतिक खूबसूरती इसे बॉलीवुड, टॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन बना रही है। इस साल अप्रैल और जुलाई में जैसलमेर में दो दक्षिण भारतीय फिल्मों और एक हॉलीवुड पीरियड फिल्म की शूटिंग तय की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जैसलमेर को साल भर नियमित हवाई सेवा मिले तो शूटिंग से सालाना 60 करोड़ का कारोबार बढ़ जाएगा, जो फिलहाल करीब 40 करोड़ माना जाता है।
राजस्थान सरकार की नीति और शूटिंग का बढ़ता चलन
राजस्थान सरकार भारतीय फिल्मों को 15 प्रतिशत यानी अधिकतम 2 करोड़ और विदेशी फिल्मों को 55 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है। जयपुर, उदयपुर और शोखावाटी पहले ही शूटिंग हब बन चुके हैं। कोटा, बूंदी और बीकानेर भी इस सूची में शामिल हो रहे हैं। जैसलमेर में सुविधाएं बढ़ने से यह राजस्थान का तीसरा सबसे बड़ा शूटिंग हब बन सकता है।
जैसलमेर में शूटिंग उद्योग का योगदान
30-40 करोड़ रुपए सालाना कारोबार, होटल, परिवहन, स्थानीय कलाकारों को फायदा
2025 में 3 बड़ी फिल्मों की शूटिंग तय, 2 टॉलीवुड और 1 हॉलीवुड फिल्म
55 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ, भारतीय और विदेशी निर्माताओं को आर्थिक प्रोत्साहन
50 साल का ऐतिहासिक जुड़ाव, 'रेशमा और शेरा' से 'वैनगार्ड' तक सिलसिला जारी
स्थानीय रोजगार को बढ़ावा, एक्स्ट्रा, परिवहन, होटल व्यवसायियों को फायदा
50 साल से फिल्मों का गढ़
जैसलमेर में शूटिंग की शुरुआत 1970 में सुनील दत्त की 'रेशमा और शेरा' से हुई थी। सत्यजीत रे की 1974 में आई फिल्म 'सोनार किला' ने जैसलमेर के किले को नया नाम और पहचान दी। वर्ष 2022 में अक्षय कुमार की बच्चन पांडे की दो महीने लंबी शूटिंग जैसलमेर में हुई। साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत और मोहनलाल की 'जेलर' की शूटिंग जैसलमेर में हुई। हॉलीवुड सुपरस्टार जैकी चैन की 'वैनगार्ड' की शूटिंग जैसलमेर किले और गहिसर झील में हुई। मलाईकोटाई और अपूर्वा जैसी वेब सीरीज और कई कमर्शियल विज्ञापनों की शूटिंग भी जैसलमेर में हुई है।
हवाई और रेल संपर्क की कमी
यदि पूरे वर्ष हवाई सेवाएं और लंबी दूरी की ट्रेनें शुरू हो जाएं तो शूटिंग व्यवसाय में कम से कम 60 करोड़ रुपए की वृद्धि संभव है।
कनेक्टिविटी मजबूत हुई तो 100 करोड़ का लक्ष्य भी संभव
फिल्म शूटिंग मैनेजर कैलाश व्यास ने कहा है कि जैसलमेर में हर तरह की फिल्म शूटिंग के लिए परफेक्ट लोकेशन हैं, लेकिन कनेक्टिविटी बाधा बन रही है। डीएनपी की पाबंदी है, यदि इसमें कुछ छूट दी जाए और नियमित हवाई सेवा उपलब्ध हो तो जैसलमेर राजस्थान का सबसे बड़ा शूटिंग हब बन सकता है। जयपुर और उदयपुर की तरह जैसलमेर को भी साल भर फ्लाइट और बेहतर रेल सेवाएं मिलनी चाहिए। ऐसा हुआ तो फिल्म शूटिंग का ग्राफ तेजी से बढ़ेगा और जैसलमेर 100 करोड़ क्लब में शामिल हो सकता है।
