राजस्थान में एक सड़क ऐसी भी जहां पशु सड़क पर नहीं आएंगे और साइड से नहीं कटेगी मिट्टी

जैसलमेर न्यूज़ डेस्क,रेगिस्तान में बन रहे अमृतसर जामनगर एक्सप्रेस-वे की सड़क पर तेज रफ्तार गाड़ियों के सामने जानवर नहीं आ पाएंगे. बारिश हो या तूफान, किनारे से रेत कटने से सड़क नहीं धंसेगी और पेड़ों की हरियाली के बीच वाहनों के गुजरने पर अलग ही नजारा दिखेगा। तीन रिफाइनरियों को जोड़ने वाला यह हाईवे इंजीनियरिंग का अनोखा उदाहरण है।
भारतमाला रोड के किनारों से मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए जियो सेल तकनीक का उपयोग किया गया है। इस तकनीक में उच्च घनत्व पॉलीथीन (एचडीपीई), पॉलिएस्टर और पॉलिमरिक सामग्री से तैयार काले रंग की जाली बिछाई जाती है। इस पर मुरम डाला जाता है, ताकि मिट्टी का कटाव रोका जा सके.
राजमार्ग पहुंच नियंत्रित
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे रोड पूरी तरह से बंद है. इंटरचेंज के अलावा इस हाईवे पर प्रवेश और निकास की कोई सुविधा नहीं है. पूरे हाईवे के दोनों तरफ दीवार बना दी गई, ताकि कोई मवेशी अंदर न आ सके. वाहन बिना किसी रुकावट के तेज गति से चल सकते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका की तर्ज पर एक्सेस नियंत्रित तकनीक का उपयोग किया गया है।
ताकत के लिए सीटीबी
इस हाईवे को मजबूत बनाने के लिए मिट्टी के बाद जीएसबी किया गया है। जीएसबी के बाद अन्य सड़कों में डामर का उपयोग किया जाता है, लेकिन इस सड़क को बनाने के लिए जीएसबी के बाद सीमेंट ट्रीटेड बेस (सीटीबी) का उपयोग किया गया। सीटीबी में सीमेंटेड कंक्रीट की परत बिछाई गई है ताकि मजबूत सड़क बनाई जा सके.
जमीन से ऊंचाई ढाई मीटर
इस हाईवे का डिज़ाइन इस प्रकार बनाया गया है कि हाईवे को न्यूनतम जमीनी स्तर से ढाई मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है, ताकि बरसात के दिनों में खेतों का पानी सड़क पर न बहे। जिससे सड़कें क्षतिग्रस्त नहीं होती।