Jaisalmer में जो काम सबसे जरूरी है, वो बार-बार अटक रहा
यही कारण है कि शहर में प्रतिदिन सडक़ों पर दौडऩे वाले औसतन 20 हजार वाहनों के सवारों के लिए यातायात व्यवस्था न केवल असुविधाजनक बन गई है बल्कि खतरे का सबब भी बन चुकी है। पिछले अर्से के दौरान नगरपरिषद ने जब भी टेंडर प्रक्रिया करवानी चाही, ठेकेदारों द्वारा भरी गई दरों या किन्हीं अन्य कारणों के चलते मामला अटकता रहा है। ऐसे में अब नगरपरिषद प्रशासन का दावा है कि सारी अड़चनें समाप्त हो गई हैं और दरों की स्वीकृति मिलते ही डिवाइडर के कार्य शुरू करवा दिए जाएंगे।
दर स्वीकृति मिलते ही काम शुरू
शहर के प्रमुख मार्गों पर डिवाइडरों के नवनिर्माण के संबंध में टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दर स्वीकृति के लिए फाइल उच्च स्तर पर भेजी गई है। वहां से स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू करवा दिए जाएंगे। यह सही है कि किसी कारणवश यह कार्य लंबित हुआ है लेकिन अब पूरी उमीद है कि इसे जल्द क्रियान्वित करवा दिया जाएगा।
4.50 करोड़ के होने हैं कार्य
जानकारी के अनुसार शहर में कुल 4.50 करोड़ रुपए के डिवाइडर निर्माण के कार्य करवाए जाने हैं। जिनमें बाड़मेर चौराहा से एयरफोर्स सर्किल तक, एयरफोर्स सर्किल से हनुमान चौराहा तक, हनुमान चौराहा से मलका प्रोल तक और एयरफोर्स सर्किल से एयरफोर्स स्टेशन तक के मार्ग शामिल हैं। इन डिवाइडरों पर 8-8 फीट के बड़े पौधे भी लगाए जाएंगे। साथ ही जैसलमेरी कार्विंग वाले पत्थरों से निर्माण होगा। सूत्रों ने बताया कि पिछले लबे अर्से से नगरपरिषद प्रशासन डिवाइडरों का कार्य करवाने के लिए प्रयास करता रहा है लेकिन किसी न किसी वजह से ये कार्य धरातल पर नहीं उतर पाए हैं।