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जैसलमेर में लगातार बढ़ रहा संकटापन्न गोडावण का कुनबा! इस साल 10 नए मेहमानों का हुआ स्वागत

 
जैसलमेर में लगातार बढ़ रहा संकटापन्न गोडावण का कुनबा! इस साल 10 नए मेहमानों का हुआ स्वागत 

जैसलमेर के ग्रेट इंडियन बस्टर्ड प्रजनन केंद्र से खुशखबरी का सिलसिला जारी है। एक बार फिर लुप्तप्राय पक्षी के संरक्षण के प्रयास सफल हुए हैं। जैसलमेर के सम स्थित सुदासरी प्रजनन केंद्र में एक बच्चे ग्रेट इंडियन बस्टर्ड का जन्म हुआ।डेजर्ट नेशनल पार्क के डीएफओ बृजमोहन गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2025 में लगातार खुशखबरी मिल रही है। 14 अप्रैल को ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के अंडे से एक और बच्चे ने जन्म लिया। विशेषज्ञों की देखरेख में इस साल जन्मा यह दसवां ग्रेट इंडियन बस्टर्ड है। इससे हम लुप्तप्राय पक्षी को बचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

अमन नामक मादा के अंडे से निकला चूजा
डीएफओ बृजमोहन गुप्ता ने बताया- सैम गांव के सुदासरी स्थित ग्रेट इंडियन बस्टर्ड प्रजनन केंद्र में अमन नामक मादा और लियो नामक नर के संभोग के बाद अमन ने 24 मार्च को अंडा दिया। इस अंडे को विशेषज्ञों की निगरानी में रखा गया और 14 अप्रैल को इस अंडे से ग्रेट इंडियन बस्टर्ड का चूजा निकला। फिलहाल यह चूजा विशेषज्ञों की निगरानी में पल रहा है।

ग्रेट इंडियन बस्टर्ड की बढ़ती संख्या
प्रोजेक्ट जीआईबी के तहत ग्रेट इंडियन बस्टर्ड प्रजनन केंद्र में अब संख्या बढ़कर 54 हो गई है, जो किए जा रहे प्रयासों में सुखद संकेत है। डीएफओ बृजमोहन गुप्ता ने बताया कि अब तक 10 नए ग्रेट इंडियन बस्टर्ड का जन्म हो चुका है, जो 2025 में होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि वर्ष 2018 में केंद्र सरकार, भारतीय वन्यजीव संस्थान (देहरादून) और राज्य सरकार ने मिलकर प्रोजेक्ट जीआईबी के तहत काम शुरू किया था। जब यह परियोजना शुरू हुई थी, तब इसकी सफलता को लेकर संशय था। लेकिन पिछले सात वर्षों में सकारात्मक प्रयासों से इस परियोजना ने सफलता की ओर मजबूत कदम बढ़ाए हैं। वन्यजीव प्रेमियों का मानना ​​है कि जिस गति से परियोजना जीआईबी के तहत सफलता मिल रही है, वह दिन दूर नहीं जब हमें खुले में ग्रेट इंडियन बस्टर्ड देखने को मिलेगा। उम्मीद है कि भविष्य में ग्रेट इंडियन बस्टर्ड की प्रजाति फिर से बढ़ेगी।