Ramdevra Mela 2025: रामदेवरा मेले की भव्य शुरुआत बाबा रामदेव के दरबार में लाखों श्रद्धालु; 108 दीपों से हुई महाआरती
पश्चिमी राजस्थान के 'लघु महाकुंभ' के नाम से विख्यात लोक देवता बाबा रामदेव जी का मेला जोधपुर के मसूरिया मंदिर स्थित उनके गुरु बालीनाथ जी की समाधि स्थल से शुरू हो गया है। भाद्रपद शुक्ल द्वितीया, जिसे बाबा का बीज कहते हैं, जोधपुर के मसूरिया स्थित लोक देवता बाबा रामदेव जी की समाधि स्थल पर सुबह 108 दीपों की महाआरती के साथ शुरू हुआ। बाबा के हजारों भक्त उनके दर्शनों के लिए उमड़ पड़े।
मंगला आरती के साथ मेले की शुरुआत
रविवार रात 12 से 3 बजे तक रुद्राभिषेक हुआ और सोमवार सुबह 4 बजे मंगला आरती के साथ मेले की औपचारिक शुरुआत हुई। मेले के संबंध में मान्यता है कि लोक देवता बाबा रामदेव जी के रुणिचा धाम जाने से पहले जोधपुर स्थित अपने गुरु बालीनाथ जी की समाधि स्थल के दर्शन करने के बाद ही यात्रा सफल होती है। इसी के चलते अनुमान है कि सोमवार को बाबा का बीज पर लाखों श्रद्धालु दर्शनों के लिए यहां आएंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मंदिर प्रशासन ने जिला एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। आज जोधपुर से कई पदयात्री जत्थे भी रामदेवरा के लिए रवाना होंगे, जिससे हजारों श्रद्धालुओं के पैदल पहुंचने की उम्मीद है। 'बाबा की बीज' पर जोधपुर के मसूरिया मंदिर में लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, जबकि भाद्रपद शुद्ध दशमी पर रामदेवरा के रुणिचा धाम में मेला लगता है, जहाँ लाखों श्रद्धालु बाबा की समाधि के दर्शन के लिए पहुँचते हैं। ये दोनों ही स्थान राज्य में धार्मिक आस्था के बड़े केंद्र माने जाते हैं।
