Jaisalmer पोखरण अस्पताल में ब्लड बैंक स्थापित करने की आवश्यकता
अस्पताल प्रशासन की ओर से पिछले दो साल से राज्य सरकार के औषधि नियंत्रक से लाइसेंस बनवाकर अस्पताल में आने वाले जरूरतमद रोगियों को जिला अस्पताल को मांग पत्र भेजकर रक्त उपलब्ध करवा रहे हैं। ऐसे में मरीजों को राहत मिल रही है, लेकिन मुख्य मुद्दा इस अस्पताल में रक्त बैंक की स्थापना हो यह जरूरी है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों, जिला प्रशासन, स्वयंसेवी संस्थाओं को राज्य सरकार व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के मंत्री व अधिकारियों के आगे इस मांग को पूरजोर शब्दों में रखनी होगी हाल ही में अस्पताल प्रशासन की ओर से ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी है। करीब दो महीने पहले जिला कलेक्टर जैसलमेर को इस ब्लड स्टोरेज यूनिट पर खर्च होने वाली धनराशि का प्रस्ताव बनाकर भिजवाया गया है लेकिन जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई इस दिशा में जवाब नहीं मिला है, जिससे कार्य गति नहीं पकड़ पाया है।
पोकरण अस्पताल में वर्तमान स्थापित प्रयोगशाला के ऊपरी मंजिल पर ब्लड स्टोरेज यूनिट के निर्माण के लिए करीब 20 लाख रूपए की लागत आएगी। ऐसे में दो बड़े कमरों के निर्माण करवाने का प्रारुप बना कर भिजवाया गया है। जिला प्रशासन की ओर से राशि स्वीकृत हो जाती है तो कलेक्शन सेक्शन, कोल्ड स्टोरेज, जांच के उपकरण रखने आदि की माकूल व्यवस्था उपलब्ध हो जाएगी। गौरतलब है कि उपखंड मुख्यालय के राजकीय चिकित्सालय में वर्ष 2008 से पूर्व रोगियों को खून चढ़ाने की कोई व्यवस्था नहीं थी। वर्ष 2008 में अस्पताल में जरूरतमंदों को रक्त चढ़ाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई, लेकिन थोडे समय बाद ये सुविधा उपलब्ध बंद हो गई थी, जिसे दो वर्ष पूर्व पुन: उपलब्ध कराई गई है जो वर्तमान में चालू है।पोकरण शहर एवं आस पास के ग्रामीण इलाकों से एनिमिया रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी है, वर्तमान में जिला मुख्यालय से ब्लड उपलब्ध करवाने की व्यवस्था है।ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भिजवा दिया है स्वीकृती मिलते ही कार्य शुरू हो जाएगा।