Jaisalmer 200 की सूची, मोहनगढ़ में एक भी अधिकारी नहीं लगाया
जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, जैसलमेर मरुस्थल के अलावा बड़े भू-भाग पर नहरी क्षेत्र भी है। ऐसे में उपनिवेशन विभाग की यहां करीब 3 लाख हेक्टेयर जमीन है। जिसमें भी 50 हजार के करीब मुरबे है।जमीनों के अलग-अलग कामों के लिए ही रामगढ़, मोहनगढ़ व नाचना नहरी क्षेत्र में उपनिवेशन विभाग के कार्यालय स्थापित किए गए हैं ताकि यहां के रहवासियों को अपने मुरब्बे या जमीन से संबंधित किसी भी काम के लिए परेशान नहीं होना पड़े। लेकिन मोहनगढ़ में पिछले एक साल से उपनिवेशन विभाग के सहायक आयुक्त का पद खाली चल रहा है। इतना ही नहीं, सहायक आयुक्त के साथ-साथ दो तहसील में तहसीलदार के पद भी खाली है। जिससे उपनिवेशन से संबंधित सभी काम पूरी तरह से ठप हो गए है।
उपनिवेशन के साथ-साथ उप रजिस्ट्रार के ऑफिस में भी तहसीलदार नहीं है। जिससे राजस्व के काम भी पूरी तरह से अटक गए है। इतना ही नहीं, उप रजिस्ट्रार कार्यालय में भी जमीन की रजिस्ट्री सहित विभिन्न कामों के लिए जो स्टाफ नियुक्त था। उसे भी जैसलमेर शिफ्ट कर दिया गया है। ऐसे में सीधे तौर पर अगर कहे तो मोहनगढ़ में उप रजिस्ट्रार के भवन पर नाम जरूर लिखा है लेकिन उस पर ताला लटकने से वहां जवाब देने वाला तक कोई नहीं है। ^मोहनगढ़ में जमीन से संबंधित सबसे ज्यादा काम होने के बावजूद यहां अधिकारियों को नहीं लगाया जा रहा।
उप रजिस्ट्रार व उपनिवेशन विभाग में काम पिछले एक साल से अटके हुए है। रजिस्ट्री से संबंधित हर काम के लिए फतेहगढ़ के चक्कर काटने पड़ते हैं। - आजम खान, किसान ^मोहनगढ़ में उपनिवेशन विभाग की दो तहसील है। उप जिस्ट्रार में भी तहसीलदार का पद खाली है। तीन तहसीलदारों के पद पिछले एक साल से खाली होने से काम नहीं हो रहे हैं। ऐसे में दो तहसीलों में 50 हजार मुरब्बों की 3 लाख हेक्टेयर जमीन के काम अटके हुए है। - नारायणराम, किसान मोहनगढ़ में करीब 50 हजार मुरब्बे है।
जहां नामांतरण, म्यूटेशन सहित कई काम होते है। लेकिन जमीन से संबंधित किसी भी काम के लिए कोई अधिकारी नहीं लगाया गया है। ऐसे में मोहनगढ़ के काम पिछले एक साल से अटके हुए है। लेकिन सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है। मोहनगढ़ के रहवासियों को जमीन से संबंधित अपने काम या समस्या के लिए जैसलमेर जाना ही पड़ता है। मोहनगढ़ में उप रजिस्ट्रार व उपनिवेशन विभाग में मिलाकर तीन तहसीलदार नियुक्त होने चाहिए। लेकिन तीनों पद खाली होने से दोनों विभागों के काम पूरी तरह से ठप हो गए है। जबकि नहरी व राजस्व विभाग के लिहाज से सबसे ज्यादा रजिस्ट्रियां व जमीन से संबंधित काम मोहनगढ़ में ही होते है। लेकिन इसके बावजूद पिछले एक साल से यहां अधिकारी को नियुक्त नहीं किया जा रहा है। मोहनगढ़ तहसीलदार का काम फतेहगढ़ तहसीलदार को दिया हुआ है। ऐसे में यहां की फाइल पहले जैसलमेर व उसके बाद फतेहगढ़ जाती है। जिसमें भी आमजन को चक्कर काटने पड़ रहे है। पिछले दिनों सरकार ने 200 तहसीलदारों की ट्रांसफर सूची जारी की है। लेकिन मोहनगढ़ में किसी भी अधिकारी को नहीं लगाया गया है। ऐसे में एक साल से पद खाली होने से लोग परेशान है।
