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Jaisalmer सोनार दुर्ग के पट्ठे पर घास की कटाई का काम शुरू, वीडियो में देखें डेजर्ट नेशनल पार्क जैसलमेर का क्षेत्रफल

 
Jaisalmer सोनार दुर्ग के पट्ठे पर घास की कटाई का काम शुरू, वीडियो में देखें डेजर्ट नेशनल पार्क जैसलमेर का क्षेत्रफल

जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, जैसलमेर  बंजर भूमि एवं चारागाह विकास कार्यक्रम में गति लाने के उद्वेश्य से एक दिवसीय जिला स्तरीय रिफ्रेशर टीओटी प्रशिक्षण शुक्रवार को प्रात: 11 बजे पंचायत समिति जैसलमेर के सभागार में रखा गया है। कार्यकारी अधिकारी सुनीता चौधरी ने जिला स्तरीय रिफ्रेशर टीओटी प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सभी संभागियों को निर्देशित किया हैं कि वे अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण प्राप्त करें। प्रशिक्षण एफपीएस संस्था के विषय विशेषज्ञों की ओर से दिया जाएगा।

दिवाली का त्योहार वैसे तो हर किसी के लिए खुशियों का संदेश लेकर आता है लेकिन इस मौके पर की जाने वाली आतिशबाजी से कई बार आग लगने की चिंता में डालने वाली घटनाएं भी सामने आती हैं। ऐसे में जैसलमेर नगरपरिषद ने इस बार सोनार दुर्ग के परकोटे की दीवार पर बने पट्ठे पर उगी हुई घास की कटाई का काम दिवाली से पहले शुरू करवाया है। दुर्ग के चारों ओर आग की बिसात को बिछने से रोकने का हाथ में लिया है। नगपरिषद ने शिव मार्ग से लगते सोनार दुर्ग के परकोटे पर घास काटने का काम करने के लिए श्रमिक लगा दिए हैं। वे आने वाले दिनों में पूरे परकोटे से घास को काटने की कार्रवाई को अंजाम देंगे। गौरतलब है कि इस बार मानसून के दौरान हुई अच्छी बारिश से जहां जिले भर में मवेशियों के लिए घास-पानी की व्यवस्था हो रखी है। इसी तरह से सोनार दुर्ग के परकोटे की दीवार के ऊपर पट्ठे के चारों तरफ परिधि क्षेत्र पर अच्छी बारिश के कारण उगी हुई घास अब तक पूरी तरह से सूख चुकी है।

पूर्व में हो चुके हैं कई हादसे

विगत वर्षों के दौरान मानसून काल में पूरे किले के बाहरी भाग में उगी घास को दिवाली से पहले नहीं कटवाए जाने के कारण पर्व पर की जाने वाली आतिशबाजी की चिंगारियों की चपेट में आने से वहां आग लगने की घटनाएं घटित होती रही हैं।

● पूर्व की भांति इस बार भी दुर्ग के बाहरी क्षेत्र में ऊंची और सघन घास बारिश के दौरान पट्ठा क्षेत्र में हरी-हरी घास उग आई थी। समय के साथ वह घास पूरी तरह से सूख चुकी है। इस पूरे क्षेत्र में एक-डेढ़ फीट ऊंची तथा सघन घास उगी हुई है।

●पूर्व में जहां हरी घास के चलते दुर्ग का नजारा आकर्षक हुआ करता था, लेकिन अब सूख जाने के बाद यह किले की सुंदरता को भी प्रभावित कर रही है।

● घास के कारण दुर्ग के चारों तरफ लगी लाइटें भी प्रभाव नहीं छोड़ पाती। घास की ओट में आ जाने से दुर्ग को रात के समय प्रकाशमान करने की मंशा पूरी नहीं हो पाती है।

● इसी तरह से दिवाली से पहले घास की कटाई नहीं करवाए जाने पर वहां आग लगने की घटना होने पर लाइटें व उनकी वायरिंग के नष्ट होने का भी खतरा रहता है।

राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ का जिला स्तरीय समेलन का आयोजन 26 व 27 अक्टूबर को ब्लॉक भणियाणा में किया जाएगा। यह जानकारी जिलाध्यक्ष जसवंतसिंह भाटी ने दी।