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Jaisalmer ओरण बचाओ दल ने निकाली 60 किमी पदयात्रा, सौंपा ज्ञापन

 
Jaisalmer ओरण बचाओ दल ने निकाली 60 किमी पदयात्रा, सौंपा ज्ञापन

जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, जैसलमेर जिले की ओरण बचाओ टीम ने ओरण क्षेत्र को रेवेन्यू रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की मांग को लेकर पदयात्रा निकाली। 2 दिन की पदयात्रा अलग-अलग गांवों से होती हुई सोमवार को जैसलमेर पहुंची। जैसलमेर शहर में स्थित विधायक छोटू सिंह भाटी के ऑफिस में ज्ञापन सौंपा। ओरण बचाओ टीम के सुमेर सिंह सांवता ने बताया कि ओरण बचाओ टीम ने ओरण को रेवेन्यू रिकॉर्ड में दर्ज करने की मांग की। इस दौरान ओरण बचाओ टीम के काफी सदस्य मौजूद रहे। सभी ने मिलकर ओरण को बचाने की मुहिम को लगातार जारी रखने की मांग की। इस दौरान एमएलए छोटू सिंह भाटी जयपुर में विधानसभा में होने के कारण एमएलए के निजी सचिव ने ज्ञापन लिया।

पदयात्रा में ओरण बचाओ टीम के 15-20 सदस्य शामिल रहे

सुमेर सिंह ने बताया कि 28 जुलाई, रविवार को देगराय ओरण के मणीयारा तला से सुबह 7 बजे पदयात्रा शुरू हुई। ये पदयात्रा 60 किमी का सफर तय करके जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी के कार्यालय सोमवार को पहुंची। इस पदयात्रा में ओरण बचाओ टीम के 15-20 सदस्य शामिल रहे।  जिले में ओरण बचाने के लिए टीम लगातार पदयात्रा करके सरकार को जगाने का काम कर रही है। एक बार फिर ओरण को बचाने के लिए पदयात्रा का आयोजन किया गया। ये ओरण यात्रा देगराय ओरण, देवीकोट, छोड़, सांगाणा, आकल फांटा, डाबला से होते हुए सोमवार को जैसलमेर शहर पहुंची। इस दौरान 60 किमी का सफर पैदल तय किया गया। उन्होंने बताया कि बीच में आने वाले गांवों के ग्रामीणों को भी ओरण को लेकर जागरूक करने का काम टीम ने किया।

'मेरा ओरण मेरी जिम्मेदारी'

ओरण बचाओ टीम के सुमेर सिंह सांवता ने बताया कि जब तक जैसलमेर की हर ओरण से आवाज से नहीं उठेगी, तब तक ये सोलर और विंड कम्पनियां नेताओं और नौकरशाह की सह में हमारे ओरण-गोचर, वन एवं चारागाहों को निगल जाएंगे। पिछली सरकार में कुछ ओरण संरक्षित हुई लेकिन अभी भी बहुत सी ओरणे संरक्षित होना बाकी है। जिन पर सोलर एवं विंड कंपनियों की बुरी नजर हैं। उन्होंने बताया कि ओरण-गोचर नहीं रहेंगे तो न वन एवं वनस्पति रहेगी, न वन्यजीव रहेंगे और न ही पशुधन जो पशुपालन स्थानीय जन का प्रमुख रोजगार है। साथ ही जैसलमेर की प्राकृतिक शान्ति-सुकून, सुंदरता व शुद्धता भी छीन जाएगी। क्योंकि जैसलमेर में पहले ही क्षमता से अधिक सोलर प्लांट लग चुके है, विंड लग चुके है।