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Jaisalmer बैठक में गेहूं से बने खाद्य उत्पाद के बाजारीकरण पर हुई चर्चा

 
Jaisalmer  बैठक में गेहूं से बने खाद्य उत्पाद के बाजारीकरण पर हुई चर्चा

जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, जैसलमेर  कृषि विज्ञान केंद्र जैसलमेर की ओर से खड़ीन क्षेत्र की फसलों चना, गेहूं से बने खाद्य उत्पाद के बाजारीकरण के उदेश्य से होटल व्यवसायियों के साथ बैठक का आयोजन केंद्र पर किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर, प्रसार शिक्षा निदेशालय के निदेशक पीएस शेखावत, ने उपस्थित होटल व्यवसायी प्रतिभागियों को वोकल फॉर लोकल की अवधारणा अपनाते हुए उत्पाद को बाजार में अपने स्तर से उतरने की अपील की।

उन्होंने जैसलमेर के लोगों की ओर से जिले के देसी खाद्य पदार्थो का उपयोग करके बनाई नान खटाई को वृहद् प्रचारित करने की आवश्यकता व सहयोग की बात कही। उन्होंने सतत विकास में नवाचारी परिवर्तनों को अपनाकर इस उत्पाद को जन मानस में लोकप्रिय करने पर प्रकाश डाला। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष डॉ दीपक चतुर्वेदी ने नान खाते के बाजारीकरण क्रियान्वयन के लिए प्रजेंटेशन के माध्यम से भविष्य की कार्य योजना के विषय में सुझाव दिए। पर्यटन विभाग के अधिकारी खेमेंद्रसिंह जाम ने उपस्थित होटल व्यवसायियों के साथ केंद्र की ओर से एकलपार, डबलपार महिला स्वयं सहायता समूह की ओर से बनाए नान खाते उत्पाद की प्रशंसा करते हुए इसकी वृहद् मार्केटिंग के लिए सम्पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया। उन्होंने पर्यटन इंडस्ट्री के विभिन्न माध्यमों व मंचों से उत्पाद को बाजार तक उतरने के लिए सुझाव भी बैठक में रखे। केंद्र की वैज्ञानिक चारू शर्मा ने खड़ीन के खाद्य उत्पाद नान खटाई को ब्रांड बनाते हुए खड़ीन के किसान परिवारों को भविष्य में फसलों से उचित लाभ मिलने की दिशा में किए जा रहे कार्य में अपेक्षित सहयोग बिन्दुओं पर चर्चा की। केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. बबलू शर्मा व अतुल गालव ने कार्यक्रम के आयोजन में भूमिका निभाई।