Jaisalmer सीमावर्ती जिले पर मौसमी बीमारियों का हमला, बढ़ रहे मरीज
जैसलमेर न्यूज़ डेस्क ,इस साल मानसून की अच्छी बारिश के बाद बीते कुछ दिनों के दौरान सीमांत जिले में मौसमी बीमारियों ने जिलावासियों को बुरी तरह से अपनी जकड़ में ले लिया है। यही कारण है कि जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों व क्लिनिकों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है और उनमें अधिकांश को बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द, मांसपेशियों व जोड़ों के दर्द, उल्टी आदि की शिकायत बताई जा रही है। हालत यह है कि आम दिनों में जैसलमेर के राजकीय जवाहिर चिकित्सालय की ओपीडी जहां 800 से 1000 के आसपास रहती है, वहीं वह अब बढकऱ 1600 से 1800 के स्तर पर पहुंच गई है।
इसी तरह से जिला मुख्यालय के अन्य राजकीय चिकित्सा केंद्रों व निजी अस्पतालों व क्लिनिकों पर प्रतिदिन 1200 से ज्यादा मरीज स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंच रहे हैं। जिले के पोकरण अस्पताल में ओपीडी 500 से बढकऱ 700-800 और नाचना में 400 के करीब रोगी प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। मौसमी बीमारियों के साथ रोगियों के मलेरिया और डेंगू बुखार के लक्षणों से ग्रस्त होने के चलते उनके रक्त के नमूनों की जांच चिकित्सकों द्वारा करवाई जा रही है। हालांकि अभी तक डेंगू के इक्का-दुक्का मामले सामने आ रहे हैं और मलेरिया की स्थिति भी काबू में होने का दावा चिकित्सा विभाग की ओर से किया जा रहा है, वहीं जानकारों की माने तो अक्टूबर माह में गर्मी में कमी आने के बाद इन केसेज में बढ़ोतरी की आशंका जानकार जता रहे हैं। आउटडोर में मौसमी बीमारियों के मरीज बढ़े जरूर है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं हैं। डेंगू व मलेरिया नियंत्रण में हैं। आउटडोर 1800 के आसपास है। हमारे पास पर्याप्त चिकित्सक व संसाधन हैं। उपचार में कोई दिक्कत नहीं आ रही है।