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Jaisalmer में बाबा की समाधि के दोनों ओर से हो रहे हैं दर्शन, भक्तों ने लिया दर्शन

 
Jaisalmer में बाबा की समाधि के दोनों ओर से हो रहे हैं दर्शन, भक्तों ने लिया दर्शन
जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, जैसलमेर जन जन के आराध्य देव भगवान बाबा रामदेव के माघ मेले का रविवार की सुबह 4 बजे मुख्य समाधि पर अभिषेक, मंगला आरती के बाद समाधि पर स्वर्ण मुकुट स्थापित के बाद विधिवत रूप से आगाज किया गया। यह मेला पूर्णिमा तक चलेगा। माघ मेले के पहले दिन एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामदेवरा पहुंच कर अपने इष्टदेव बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन किए। मेले को लेकर मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया गया। वहीं दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए दर्शन व्यवस्था की गई। पूर्णिमा तक चलने वाले इस मेले में इस बार 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के अनुमान लगाया जा रहा है।

पुलिस प्रशासन के अलावा समाधि समिति द्वारा निजी सुरक्षा गार्ड तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था दी गई। पुलिस प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले यात्रिक वाहनों को मेला परिसर एवं भीड़भाड़ क्षेत्र में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया। जिसके चलते मुख्य बाजार, मंदिर रोड, चाचा चौक, पोकरण रोड पर बाबा के भक्त आराम से आवागमन कर रहे हैं। वहीं पुलिस द्वारा कस्बे में यातायात व्यवस्था पूर्ण रूप से सुचारू की गई है। प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी भीड़ को देखते हुए समाधि समिति ने अतिरिक्त पुजारियों को लगा कर समाधि के दोनों तरफ तीन-तीन कतारों में बाबा के भक्तों को विशेष दर्शन व्यवस्था की है। इसके साथ ही देने के चलते श्रद्धालुओं को कम से कम समय में दर्शन करवाने का प्रयास किया जा रहा है। बाबा रामदेव समाधि के दूज दर्शन करने के लिए राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों से बाबा रामदेव के भक्त रूणिचा नगरी पहुंचे। मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन रोड, नाचना चौराहा, नोखा चौराहा, मेला चौक में दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। वहीं साप्ताहिक अवकाश के चलते रविवार को रामदेवरा में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। दूरदराज के राज्यों के साथ साथ स्थानीय लोग भी बाबा रामदेव की समाधि के दर्शनों के लिए कतारों में खड़े नजर आए।

हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने रविवार को बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन कर अमन चैन की दुआ मांगी। वहीं समाधि परिसर बाबा रामदेव के जयकारों से गूंज उठा। रामसरोवर, रूणिचा कुंआ, रामदेव परचा बावड़ी, डाली बाई की जाल, विरमदेव का मंदिर, झूला पालना पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दी। इन दर्शनीय स्थानों के दर्शन को लेकर बाबा के भक्तों में काफी उत्साह दिखाई दिया। वहीं सभी दर्शनीय स्थलों पर रौनक दिखाई दी। रूणिचा कुंआ पर बाबा के भक्तों द्वारा चढ़ाए गए जीवित घोड़ों के दर्शन को लेकर भी भक्त उमड़ते नजर आए।