Jaisalmer में सांकड़िया गांव के ग्रामीण 5 दिन से धरने पर, फर्जी जमीन आवंटन को रद्द करने की मांग को लेकर तहसील के आगे धरना जारी
जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, जैसलमेर के नाचना क्षेत्र के सांकड़िया गांव के ग्रामीण पिछले 5 दिनों से उपनिवेश तहसील के सामने धरने पर बैठे हैं। फर्जी जमीन आवंटन रद्द करने की मांग को लेकर ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भूमाफियाओं ने अवैध रूप से गांव की आबादी को जमीन आवंटित कर दी है। अब भू-माफिया उस जमीन को खाली करने को कह रहे हैं, जिस पर गांव के घर, पानी की टंकियां आदि आई हैं, जबकि उस जमीन पर 30 से 40 परिवार रह रहे हैं। उन्होंने कालोनाईजेशन तहसील के बाहर धरना दिया और फर्जी आवंटन रद्द करने की मांग को लेकर तहसीलदार औपनिवेशीकरण तहसील नंबर 2 को ज्ञापन सौंपा।
बालाना से सांकड़िया में विस्थापित किया
ग्रामीणों पूरन सिंह और देवी सिंह का कहना है कि सांकड़िया गांव के ग्रामीण पहले बालाना गांव के रहने वाले थे। लेकिन जब गांव पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में स्थानांतरित हुआ, तो इसे संकड़िया में विस्थापित कर दिया गया। अब जनसंख्या बढ़ने पर भूमि का विस्तार किया गया। इन घरों को ग्रामीणों ने उस आबादी के करीब बनाया था जहां वे वर्षों से रह रहे हैं। उनका आरोप है कि अब फर्जी तरीके से यह जमीन भूमाफियाओं को आवंटित कर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। इस फर्जी आवंटन को रद्द करने की मांग करते हुए एक रिट याचिका दायर की गई है।