पूर्व सीएम अशोक गहलोत की पोस्ट पर युवाओं का पलटवार, वीडियो में जानें सोशल मीडिया पर उठे सवाल
राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव को लेकर छात्र संगठनों का विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है। बुधवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी परिसर में छात्र नेताओं ने अनोखे अंदाज़ में विरोध दर्ज कराया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत उन तमाम नेताओं के कटआउट्स लगाकर प्रदर्शन किया जो कभी छात्र राजनीति से होते हुए मुख्यधारा की राजनीति में पहुंचे हैं।
छात्र नेताओं का कहना है कि अगर ये नेता छात्रसंघ चुनाव के माध्यम से राजनीति में आगे बढ़ सकते हैं तो आज के छात्रों को भी वही मंच और अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने सरकार से अविलंब छात्रसंघ चुनाव की घोषणा करने की मांग की।
अशोक गहलोत ने किया समर्थन, सोशल मीडिया पर उठी पुरानी बातें
प्रदर्शन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर इस अनूठे प्रदर्शन का समर्थन किया। उन्होंने लिखा कि “राजस्थान की छात्र राजनीति ने देश को कई बड़े नेता दिए हैं। छात्रसंघ चुनाव युवाओं की नेतृत्व क्षमता को निखारने का माध्यम हैं। सरकार को जल्द से जल्द चुनाव करवाने चाहिए।”
हालांकि गहलोत के इस समर्थन पर सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई यूजर्स ने उन्हें यूपीए शासनकाल और उनके खुद के मुख्यमंत्री रहते समय छात्रसंघ चुनाव पर लगी रोक की याद दिलाई। एक यूजर ने कमेंट किया – "छात्रसंघ चुनाव बंद तो आपने ही करवाए थे, अब समर्थन क्यों?"
राजनीति में छात्र संघ की भूमिका
राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव लंबे समय से बंद हैं, जिस पर राजनीतिक दलों और युवाओं के बीच बहस होती रही है। अशोक गहलोत, गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेन्द्र राठौड़, सचिन पायलट, समेत कई बड़े नाम छात्र राजनीति से निकले हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि जब इतने बड़े नेता छात्र संघ से राजनीति में आ सकते हैं तो फिर वर्तमान पीढ़ी को क्यों रोका जा रहा है?
सरकार की चुप्पी
राज्य सरकार की ओर से अब तक छात्रसंघ चुनाव को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि छात्रों के बढ़ते आक्रोश और विपक्षी दलों की सक्रियता को देखते हुए आने वाले दिनों में सरकार इस मुद्दे पर कोई निर्णय ले सकती है।
