जयपुर समेत 11 जिलों में आज बारिश का येलो अलर्ट, वीडियो में जानें कैसा रहेगा मौसम

राजस्थान के कई जिलों में रविवार को मौसम ने अचानक करवट ली और तेज बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। खास तौर पर सीकर जिले में दोपहर बाद हुई मूसलाधार बारिश के चलते कई इलाकों की सड़कें जलमग्न हो गईं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, घुटनों तक पानी भर जाने से न केवल यातायात बाधित हुआ, बल्कि कई घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सीकर शहर के प्रमुख इलाकों जैसे स्टेशन रोड, लक्ष्मणगढ़ रोड, और कच्ची बस्ती इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर रही। बारिश इतनी तेज थी कि कुछ ही समय में नाले और छोटी नदियां उफान पर आ गईं। नगर परिषद की ओर से नालों की सफाई समय पर न होने के कारण पानी की निकासी में दिक्कतें आईं और कई जगहों पर लोगों को खुद पानी निकालना पड़ा।
इधर, मौसम केंद्र जयपुर ने आगामी बारिश को देखते हुए 5 मई के लिए राज्य के 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें जयपुर, सीकर, अलवर, झुंझुनूं, टोंक, दौसा, करौली, भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर और बूंदी शामिल हैं। इन जिलों में तेज हवाओं, आंधी और गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बाकी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि वहां भी मौसम खराब रहने की संभावना है, लेकिन खतरा अपेक्षाकृत कम है।
इसी बीच जयपुर जिले के गोविंदगढ़ कस्बे के सिंगोद कला गांव से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। रविवार शाम को तेज बारिश के दौरान बिजली गिरने से पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्ची घर के बाहर खेल रही थी, तभी अचानक आकाशीय बिजली गिरने से वह उसकी चपेट में आ गई। परिजन उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मौत से गांव में शोक की लहर फैल गई है। स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और नियमानुसार सहायता राशि प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से लोगों से अपील की गई है कि खराब मौसम के दौरान बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें। बिजली गिरने के मामलों से बचाव के लिए पेड़ों के नीचे खड़े न होने और खुले मैदानों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों तक राजस्थान के कई हिस्सों में मौसम खराब रहने की संभावना है, ऐसे में प्रशासन ने अलर्ट मोड पर रहकर आपातकालीन सेवाओं को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।