क्या पद से हटाए जाएंगे रिश्वत लेने वाले BAP विधायक जयकृष्ण पटेल? विधानसभा अध्यक्ष ने दिया जवाब

राजस्थान की राजनीति में भ्रष्टाचार का यह शायद पहला मामला है जिसमें किसी मौजूदा विधायक को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) के विधायक जयकृष्ण पटेल और उनके सहयोगी दलाल विजय कुमार पटेल को जयपुर में 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।
'संविधान में लिखे नियमों के अनुसार प्रक्रिया'
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने एनडीटीवी राजस्थान से कहा, "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विधायक इस तरह से पकड़ा गया।" फिलहाल एसीबी ने विधायक को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल विधायक के खिलाफ एसीबी के नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। जब एसीबी द्वारा ब्यौरा भेजा जाएगा तो नियमों के अनुसार तथा संविधान में जो भी लिखा है उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। निष्कासन के सवाल पर देवनानी ने कहा कि संविधान और नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
'आय से अधिक आय के मामलों की जांच की जाएगी'
एसीबी ने यह कार्रवाई गुप्त निगरानी और प्रमाणित शिकायत के आधार पर की। शिकायतकर्ता रविन्द्र कुमार मीना ने आरोप लगाया कि विधायक पटेल अवैध खनन का आरोप लगाते हुए विधानसभा में प्रश्नों के माध्यम से दबाव बनाकर दो करोड़ रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत की पुष्टि होने के बाद एसीबी टीम ने योजना बनाकर विधायक और उसके दलाल को जयपुर में ट्रैप कर लिया। एसीबी के अनुसार इस मामले में आगे की जांच आय से अधिक संपत्ति की दिशा में भी की जाएगी। इसके साथ ही आरोपियों के ठिकानों पर तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है। यह मुद्दा न केवल राजनीतिक हलकों में सनसनी पैदा कर रहा है, बल्कि जनता के बीच जनप्रतिनिधियों की विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।