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नाहरगढ़ किले में क्यों रहस्यमय तरीके से मारे गए कई सैलानी? वायरल डॉक्यूमेंट्री में जाने क्या है इस खूबसूरत किले से जुड़ा डरावना सच?

नाहरगढ़ किले में क्यों रहस्यमय तरीके से मारे गए कई सैलानी? वायरल डॉक्यूमेंट्री में जाने क्या है इस खूबसूरत किले से जुड़ा डरावना सच?
 
नाहरगढ़ किले में क्यों रहस्यमय तरीके से मारे गए कई सैलानी? वायरल डॉक्यूमेंट्री में जाने क्या है इस खूबसूरत किले से जुड़ा डरावना सच?

राजस्थान की राजधानी जयपुर में अरावली की पहाड़ियों पर स्थित नाहरगढ़ किला देश के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। रोज़ाना हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक यहां की ऐतिहासिक दीवारों और पहाड़ी दृश्यों का आनंद लेने आते हैं। लेकिन इस खूबसूरत किले के पीछे एक ऐसा रहस्य है, जो समय-समय पर दहशत बनकर सामने आता रहा है—लोगों का अचानक गायब हो जाना, संदिग्ध मौतें और आत्महत्याओं की कहानियां।कभी राजा सवाई जय सिंह द्वारा जयपुर की रक्षा के लिए बनवाया गया यह किला, आज रहस्यमय गतिविधियों का केंद्र बन चुका है। स्थानीय लोगों और सुरक्षाकर्मियों की मानें तो यहां बीते कुछ दशकों में कई पर्यटक रहस्यमयी हालात में मारे गए हैं या फिर अचानक लापता हो गए, जिनका आज तक कोई सुराग नहीं मिल सका।


क्या है इन घटनाओं के पीछे की हकीकत?

इन मौतों और गायबियों के पीछे का सच अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। हालांकि पुलिस और प्रशासन इन मामलों को ‘आत्महत्या’, ‘नेचुरल डेथ’ या ‘गुमशुदगी’ करार देते आए हैं, लेकिन जो लोग किले के आसपास रहते हैं, वे इन घटनाओं को किसी अज्ञात आत्मिक शक्ति या रहस्यमयी शक्ति से जोड़ते हैं।कुछ स्थानीय गाइड्स बताते हैं कि किले के कई ऐसे हिस्से हैं, जहां जाते ही मोबाइल नेटवर्क बंद हो जाता है और वातावरण अजीब तरह से भारी और डरावना महसूस होता है। यहां कई बार सैलानियों ने अजीब आवाजें सुनने और परछाइयों के दिखने की बातें भी बताई हैं।

इतिहास से जुड़ा डरावना पहलू
इतिहासकारों का मानना है कि नाहरगढ़ किले की नींव खुद एक रहस्य से जुड़ी है। कहा जाता है कि जब राजा सवाई जय सिंह इस किले का निर्माण करवा रहे थे, तो हर रात नींव अपने आप गिर जाती थी। बाद में एक तांत्रिक ने सलाह दी कि एक संत की आत्मा को शांत करना पड़ेगा, जो इस पहाड़ी का रक्षक है। तभी से इस किले का नाम पड़ा "नाहरगढ़" — जिसका अर्थ होता है “नाहर (शेर) का दुर्ग”।कुछ लोग मानते हैं कि उस संत की आत्मा आज भी इस किले में मौजूद है, और जब भी कोई उसकी ‘शांति’ भंग करता है, तो वह अपना क्रोध दिखाता है।

पुलिस और प्रशासन क्या कहता है?
हालांकि पुलिस अब तक किसी भी घटना को “अलौकिक” मानने से इनकार करती रही है। लेकिन उनके पास भी कई मामलों में कोई पुख्ता जवाब नहीं है। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,"हमें कई बार फोन आते हैं कि कुछ लोग किले के पास गुम हो गए हैं, या किसी की बॉडी पड़ी है। लेकिन सीसीटीवी या गवाह न मिलने के कारण इन मामलों की जांच अधूरी रह जाती है।"

पर्यटकों के लिए चेतावनी और सुरक्षा व्यवस्था
वर्तमान में किले में सुरक्षा को लेकर थोड़ी सख्ती की गई है। अब शाम के बाद किसी को अंदर नहीं जाने दिया जाता और सुरक्षा गार्ड्स तैनात रहते हैं, लेकिन डर और रहस्य का जो जाल यहां फैला है, वो आज भी अनसुलझा है।

क्या ये सब सिर्फ अंधविश्वास है?
यह सवाल आज भी खड़ा है कि क्या यह सब महज़ अफवाहें और अंधविश्वास हैं, या फिर वाकई इस किले के भीतर कोई अदृश्य शक्ति है जो लोगों को नुकसान पहुंचा रही है?