आखिर क्यों भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह का नाम Ravindra Singh Bhati के साथ जुड़ा जा रहा, जानिए 5 बड़े कारण
जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी, सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक में चर्चाओं में हैं। इस बीच पिछले कुछ दिनों से उनके नाम के साथ भोजपुरी सिनेमा के स्टार एक्टर पवन सिंह के नाम का भी ज़िक्र होने लगा है। दरअसल, रविंद्र सिंह भाटी की ही तरह पवन सिंह ने भी लोकसभा चुनाव मैदान में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर ताल ठोक रखी है। पवन बिहार की काराकाट लोकसभा सीट से प्रतिद्वंदी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों को टक्कर दे रहे हैं। अब इन दोनों उम्मीदवारों की समानता को लेकर चर्चा होने लगी है।
छुड़ा रखे प्रतिद्वंदियों के पसीने
रविंद्र सिंह भाटी और पवन सिंह, दोनों ने लोकसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी करते हुए प्रतिद्वंदी दलों और उनके उम्मीदवारों के पसीने छुड़ाकर रखे हुए हैं। भाटी के उतरने से बाड़मेर-जैसलमेर और पवन सिंह के उतरने से काराकाट लोकसभा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है।
पवन भैया और रविंद्र सिंह भाटी में कोई फर्क नहीं है।
— Ranu Vishwakarma (@RanaramCKD) May 12, 2024
दोनों योद्धा एक नया इतिहास रसेंगे। pic.twitter.com/CTSqku8geO
पवन भैया और रविंद्र सिंह भाटी में कोई फर्क नहीं है।
— Ranu Vishwakarma (@RanaramCKD) May 12, 2024
दोनों योद्धा एक नया इतिहास रसेंगे। pic.twitter.com/CTSqku8geO
हार जीत अपनी जगह पर चौड़े में शीर्ष पर बैठी सत्ताओ को सदा ही चुनौती देने का शौक अपनी जगह.
— Gigachad Rajput (@GovindP25886094) May 10, 2024
कभी महाराज गंगा सिंह कभी महाराज हरि सिंह तो कभी वी.पी. सिंह बनकर कभी चंद्रशेखर बनकर, अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह, देवी सिंह भाटी, रविन्द्र सिंह भाटी से लेकर अभी पवन सिंह तक। pic.twitter.com/zxtIooIsRY
रविन्द्र भाटी ने ही नहीं बल्कि उससे कही ज्यादा पवन सिंह ने भी उड़ा रखी है बीजेपी की नींद। मिली टिकट को ठोकर मारकर खुद को साबित किया है पवन सिंह ने। ऐसे मोजिज लोग ही लोकतंत्र को बचा सकते है।
— Pawan Kumar (@Pawankr65) May 10, 2024
बिहार के बंधुओ गर्दा उड़ा दो#PawanSingh pic.twitter.com/L3Sg0GPdYt
सामने हैं मजबूत प्रतिद्वंदी
दोनों ‘स्टार’ उम्मीदवारों का मुकाबला आसान नहीं है। बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर जहां रविंद्र सिंह भाटी के सामने भाजपा उम्मीदवार व केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और कांग्रेस उम्मीदवार उम्मेदाराम बेनीवाल हैं, वहीं बिहार की काराकाट लोकसभा सीट पर पवन सिंह की टक्कर एनडीए समर्थित राष्ट्रीय लोक मोर्चा उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाह और महागठबंधन समर्थित कॉम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) उम्मीदवार राजा राम सिंह से है।
हर सभा में उमड़ी भीड़
रविंद्र सिंह भाटी और पवन सिंह ने अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा डाली। दोनों की लगभग हर सभा में भीड़ उमड़ी जिसे इनके ‘शक्ति प्रदर्शन’ के तौर पर भी देखा गया। दोनों की नामांकन सभा के दौरान भी समर्थक बड़ी संख्या में जुटे थे।
भाजपा की ‘बी टीम’ होने का आरोप
रविंद्र सिंह भाटी और पवन सिंह दोनों में एक समानता और है, जिसकी चर्चा है। दरअसल, दोनों स्टार उम्मीदवारों ने पहले भाजपा से टिकट की मांग की थी, लेकिन जब टिकट नहीं मिला तब निर्दलीय ताल ठोक डाली। ऐसे में दोनों उम्मीदवारों पर प्रतिद्वंदियों द्वारा भाजपा की ‘बी टीम’ होने के आरोप लग रहे हैं। सोशल मीडिया पर करोड़ों फ़ॉलोअर्सरविंद्र सिंह भाटी और पवन सिंह फैन फ़ॉलोइंग्स के मामले में भी एक ख़ास पहचान रखते हैं। सोशल मीडिया के लगभग सभी प्लेटफॉर्म्स पर इन शख्सियतों की मौजूदगी है। यहां इनके करोड़ों फ़ॉलोअर्स सब्सक्राइबर्स हैं।