वीडियो में देखें साल के आखिरी दिन खाटूश्यामजी में भारी श्रद्धालुओं की भीड़, पैदल मार्ग घोषित नो व्हीकल जोन
साल के आखिरी दिन खाटूश्यामजी मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। इसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष कदम उठाए हैं। रींगस से खाटूश्यामजी तक के 17 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग को आज सुबह 10 बजे से 2 जनवरी सुबह 10 बजे तक नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है।
रींगस के एसडीएम बृजेश कुमार ने बताया कि पैदल आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया। पैदल मार्ग में रींगस-लाखनी-लांपुवा-चौमूं पुरोहितान-खाटूश्यामजी (SH-113) शामिल है। इस मार्ग पर इस अवधि के दौरान कोई भी वाहन नहीं चल सकेगा।
वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग रींगस-बावड़ी ठीकरिया-शाहपुरा (NH-52) उपलब्ध कराया गया है। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि इस रूट पर यातायात सुचारू रूप से चलेगा और श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
खाटूश्यामजी मंदिर में आज रात भर दर्शन खुले रहेंगे। मंदिर प्रबंधन और पुलिस के अनुसार, आज और कल सबसे ज्यादा भीड़ मंदिर में उमड़ेगी। इस अवसर पर अतिरिक्त सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस बल, होमगार्ड और मंदिर कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि नए साल और साल के आखिरी दिन श्रद्धालुओं की इस तरह की भीड़ धार्मिक स्थलों पर आम है, लेकिन उचित भीड़ प्रबंधन और वाहनों के लिए अलग रूट सुनिश्चित करना सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है। प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे पैदल मार्ग का उपयोग करते समय अनुशासन बनाए रखें और मार्ग में किसी भी तरह की धक्का-मुक्की या अव्यवस्था न होने दें।
मंदिर प्रशासन ने यह भी बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पानी, प्राथमिक चिकित्सा और अन्य सुविधाएं मार्ग में उपलब्ध कराई गई हैं। इस कदम से यह सुनिश्चित होगा कि पैदल आने वाले भक्त सुरक्षित और आरामदायक तरीके से मंदिर तक पहुँच सकें।
इस वर्ष भी खाटूश्यामजी में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर रहने की उम्मीद है। प्रशासन ने आगंतुकों से अनुरोध किया है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें, वाहनों का नो व्हीकल जोन का सम्मान करें और मंदिर परिसर में अनुशासित तरीके से दर्शन करें।
इस प्रकार, साल के आखिरी दिन और नए साल की पूर्व संध्या पर खाटूश्यामजी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। पैदल मार्ग को नो व्हीकल जोन घोषित करने और वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराने से श्रद्धालु और वाहन दोनों के लिए सुविधा सुनिश्चित की गई है।
