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पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आज जयपुर में स्वैच्छिक बंद, पोस्टर विवाद ने बढ़ाया तनाव

 
पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आज जयपुर में स्वैच्छिक बंद, पोस्टर विवाद ने बढ़ाया तनाव

शुक्रवार देर रात जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद पर पोस्टर लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद कुछ संगठनों ने आज स्वैच्छिक शांतिपूर्ण जयपुर बंद का आह्वान किया है। शनिवार को सुबह से शाम तक दुर्ग में शांति रही। शाम करीब छह बजे पुलिस ने मस्जिद के बाहर नारेबाजी कर रहे लोगों को हटाना शुरू किया तो भगदड़ मच गई। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा। अचानक हुई इस घटना से बाजार व गलियों में अफरातफरी का माहौल बन गया और कुछ ही देर में बाजार बंद हो गए। पुलिस ने जल्द ही स्थिति पर काबू पा लिया।

विधायक बालमुकुंदाचार्य ने जारी किया वीडियो
इससे पहले सुबह विधायक बालमुकुंदाचार्य ने वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने मंदिर व मस्जिद सभी जगह पोस्टर चिपकाए हैं। मंदिरों के बाहर पोस्टर लगाने से किसी की भावनाएं आहत नहीं हुई हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक संवैधानिक देश है। ऐसे में मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाने से किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं तो वे इसके लिए माफी मांगते हैं।

भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने जताई नाराजगी
वहीं, पूरे मामले में भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने नाराजगी जताई है। प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि उन्होंने विधायक बालमुकुंदाचार्य से बात की है और भविष्य में ऐसा न करने की सख्त हिदायत दी है। इस बीच, कुछ संगठनों ने पहलगाम हमले के विरोध में रविवार को शांतिपूर्ण स्वैच्छिक जयपुर बंद का आह्वान किया है। पहलगाम हमले के विरोध में सर्व समाज ने सोशल नेटवर्क के जरिए रविवार को शांतिपूर्ण जयपुर बंद का आह्वान किया है। पोस्ट में पहलगाम में हुए नरसंहार और पाकिस्तान मुर्दाबाद के पोस्टर पर एफआईआर दर्ज करने के विरोध का जिक्र किया गया है। फाइट फॉर राइट के अध्यक्ष सुनील उदेइया और अध्यक्ष अनिल चतुर्वेदी ने कहा कि यह बंद स्वैच्छिक रहेगा।

पोस्टर लगाने का वीडियो जारी

जामा मस्जिद कमेटी की ओर से दोपहर करीब साढ़े तीन बजे आयोजित प्रेस वार्ता में विधायक बालमुकुंदाचार्य और उनके समर्थकों द्वारा मस्जिद के गेट पर पोस्टर लगाने का वीडियो जारी किया गया। इसमें विधायक रफीक खान, अमीन कागजी समेत मस्जिद कमेटी के पदाधिकारी और मुस्लिम संगठन भी शामिल हुए। जिसमें कहा गया कि जयपुर की गंगा-जमुनी तहजीब को बिगाड़ने की कोशिश की गई है।